बीबीसी पर भड़के अनुराग ठाकुर, जमकर सुनाई खरी-खोटी

अनुराग ठाकुर ने कहा एक वर्ग को खुश करना चाहता है बीबीसी

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर एक बार फिर मीडिया संस्थान ब्रिटिश ब्रॉडकॉस्टिंग कॉरपोरेशन यानी बीबीसी पर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने बीबीसी पर पत्रकारिता को लेकर दोहरे आचरण का आरोप लगाया है। दरअसल, मामला ये है कि बीबीसी ने अपने स्टार एंकर को उनकी सोशल मीडिया गतिविधि पर कैसे निलंबित कर दिया। अब इसी को लेकर अनुराग ठाकुर ने बीबीसी को निशाने पर ले लिया है।

केंद्रीय मंत्री ने सिलसिलेवार तरीके से तीन ट्वीट करते हुए बीबीसी पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘पत्रकारिता की निष्पक्षता व स्वतंत्रता के बारे में बड़े-बड़े दावे करने वाले बीबीसी द्वारा अपने स्टार एंकर को सोशल मीडिया गतिविधि को लेकर निलंबित करते देखना दिलचस्प है। एक और दिलचस्प बात यह है कि बीबीसी ने उस डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण को निलंबित कर दिया है, जिससे उसे समाज के एक वर्ग के नाराज होने का डर था।”

उन्होंने आगे कहा कि फर्जी विमर्श कायम करना और नैतिक पत्रकारिता स्वाभाविक रूप से विरोधाभासी हैं। मनगढ़ंत तथ्यों के जरिए दुष्प्रचार में लिप्त लोगों से स्पष्ट रूप से नैतिक समझ या पत्रकारिता की स्वतंत्रता के लिए खड़े होने की उम्मीद नहीं की जा सकती।

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आपको बताते चलें की बीबीसी ने कुछ दिन पहले अपनी एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज किया था। जिसमें उन्होंने अभी के प्रधानमंत्री और उस वक्त के गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को सीधा-सीधा गुजरात दंगों के लिए दोषी ठहरा दिया था। इसके बाद बीबीसी के डॉक्यूमेंट्री ‘द मोदी क्वेश्चन’ पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगाते हुए इसे दुष्प्रचार का हथकंडा करार दिया था। इसके कुछ दिन बाद देश के कुछ राज्यों में बीबीसी के ऑफिस में रेड भी मारी गई थी।

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