भाजपा प्रतिष्ठा बचाने के लिए तीन मुख्यमंत्रियों सहित कई वरिष्ठ नेताओं पर लगाएगी दांव

चुनावी रण में उतरेंगे सभी कैबिनेट मंत्री

शिखा झा, रांची –

लोकसभा चुनाव की डुगडुगी बजने से पूर्व देश की तमाम राजनीतिक पार्टियां चुनावी मूड में आ गई हैं। विपक्ष भाजपा को चुनौती देने के लिए एकजुट हो रहा है तो भाजपा अपनी सत्ता बचाने के लिए अभी से पसीना बहाना शुरू कर दिया है। झारखंड में भी भाजपा के केंद्रीय नेताओं और मंत्रियों का दौरा जारी है। प्रदेश के चौदह लोकसभा सीटों में से 12 पर भाजपा एवं सहयोगी पार्टी का कब्जा है। भाजपा बारह के अलावा दोनों सीटों पर कब्जा जमाने के फिराक में हैं। सूत्रों पर भरोसा करें तो दुमका संसदीय सीट पर पार्टी बाबूलाल मरांडी, खूंटी पर अर्जुन मुंडा और चतरा संसदीय सीट पर रघुवर दास को उतारने की तैयारी कर रही है। धनबाद सीट पर भाजपा के पी.एन सिंह हैं जिनकी उम्र पचहत्तर पार बताई जा रही है। इस सीट से धनबाद विधायक राज सिन्हा को पार्टी उतारने के फिराक में है।

 

चुनावी रण में उतरेंगे सभी कैबिनेट मंत्री :

 

पलामू,लोहरदगा,राजमहल,जमशेदपुर में नया चेहरा होने की संभावना है। चाइबासा में पार्टी पूरे दमखम के साथ उतरना चाहती है। यह सीट कांग्रेस की गीता कोडा के कब्जे में है। इस सीट पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दौरा भी कर चुके है। गिरिडीह सीट पर आजसू का कब्जा है। सूत्रों पर भरोसा करें तो भाजपा इस बार गिरिडीह चुनाव स्वयं लड़ना चाहती है। इस सीट पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया दौरा कर चुकी है। हजारीबाग भी भाजपा के कब्जे में है और कोडरमा में भी पिछले चुनाव में भाजपा ने झंडा लहराया था। इन दोनों सीटों पर भाजपा पैनी नजर रखे हुए हैं।

 

2024 से पहले BJP का बड़ा धमाका : 

इसी के साथ बीजेपी बड़ी संख्या में अपने मौजूदा लोकसभा सांसदों का काट सकती है टिकट। खासतौर से उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में ऐसा बड़े पैमाने पर हो सकता है। उनकी जगह युवा उम्मीदवारों को जगह दी जा सकती है. वैसे भी 75 पार से ऊपर के नेताओं को चुनावी राजनीति से हटाने के बीजेपी के अघोषित नियम के तहत कई मौजूदा सांसदों और मंत्रियों पर तलवार लटक रही है। जानकारी के मुताबिक, बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी के राज्यसभा सांसदों को कहा है कि वे आम चुनाव 2024 के लिए लोकसभा सीटों की तलाश करें, जहां से वे चुनाव लड़ सकें। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन और विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत सभी केंद्रीय मंत्रियों को इस बात का संकेत दे दिया गया है। वित्त, कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारामन तमिलनाडु से चुनावी मैदान में आ सकती हैं। विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर तमिलनाडु से ताल ठोंक सकते हैं। वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता, कपड़ा मामलों के केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल महाराष्ट्र से लड़ सकते हैं।

 

कई MPs की कट सकती है टिकट :

शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के उड़ीसा से चुनावी समर में उतरने की संभावना है। नारायण राणे-सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम; महाराष्ट्र से, सर्बानंद सोनोवाल – आयुष, बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग; असम से, ज्योतिरादित्य सिंधिया – नागरिक उड्डयन, स्टील; एमपी से, अश्विनी वैष्णव – रेलवे, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी; उड़ीसा से, हरदीप सिंह पुरी – पेट्रोलियम, हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स; पंजाब या जम्मू-कश्मीर से,मनसुख मंडाविया – स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, रसायन; गुजरात से , भूपेंद्र यादव -पर्यावरण और श्रम; हरियाणा या राजस्थान से,परषोत्तम रुपाला – मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी; गुजरात से लड़ेंगे। हालांकि, किसे किस सीट से चुनाव लड़ना है, लड़ाना भी है या नहीं इस पर आख़िरी फैसला पार्टी नेतृत्व ही करेगा।