बम-बारूद और हिंसा, 4 की मौत

नामांकन के अंतिम दिन चोपड़ा में 2 और भांगड़ में 2 लोगों की हुई मौत

चोपड़ा/भांगड़/बीरभूम: बंगाल में पंचायत चुनाव 2023 के नामांकन के अंतिम दिन भी राज्य के कई इलाकों में जमकर हिंसा देखने को मिली। इस हिंसा में राज्य में 4 लोगों की मौत हो गयी तथा करीब 30 लोग से ज्यादा घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कइयो की हालत नाजुक बनी हुई है।  जब से नामांकन शुरु हुई है, तब से अभी तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है।

सुबह से ही हिंसा भड़क गयी थी। इसका असर उत्तर दिनाजपुर से लेकर दक्षिण परगना जिले तक देखने को मिला है। नामांकन को लेकर हो रही हिंसा को लेकर विपक्षी लगातार ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं। बीजेपी समेत आईएसएफ पार्टियों का आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ता नामांकन करने के लिए जा रहे लोगों के साथ मारपीट और बदसलूकी कर रहे हैं। वहीं, हद तो तब हो गई जब उत्तर दिनाजपुर जिले में गुरुवार को पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे 3 लोगों को गोली मार दी गई। ये लोग एक जुलूस निकालते हुए बीडीओ कार्यालय जा रहे थे। ये वाम-कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। यहां पुलिस के सामने ही टीएमसी कार्यकर्ताओं ने जुलूस पर गोलीबारी की। इस घटना में 2 की मौत हो गयी है। वहीं, दूसरी ओर भांगड़ के  विजयगंज बाजार इलाका भी रणक्षेत्र के रुप में बजल गया। इस दौरान तृणमूल और आईएसएफ समर्थकों में संघर्ष हो गयी। इस दौरान दोनो ओर से गोली चली। गोली लगने से एक आईएसएफ समर्थक की मौत हो गयी।

क्या है घटना?

उत्तर दिनाजपुर जिले में गुरुवार को पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे 3 लोगों को गोली मार दी गई। सीपीआई (एम) ने दावा किया कि तीनों घायल व्यक्ति वाम मोर्चा और कांग्रेस के समर्थक थे, जिन्हें तब गोली मारी गई जब वे नामांकन दाखिल करने के लिए चोपड़ा ब्लॉक कार्यालय जा रहे थे। एक अधिकारी ने कहा कि तीनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया है। सीपीएम ने बताया कि उस समर्थक का नाम मनसूर अली है।

सीपीआई (एम) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने आरोप लगाया कि हमले के पीछे टीएमसी का हाथ है। उन्होंने ट्वीट किया कि उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा ब्लॉक में अभी टीएमसी के गुंडों द्वारा कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों पर गोलियां चलाई गई हैं। वाम-कांग्रेस समर्थक नामांकन दाखिल करने के लिए ब्लॉक कार्यालय जा रहे थे। सीएम ममता बनर्जी अपनी पार्टी के ही कार्यकर्ताओं पर कंट्रोल खो चुकी हैं। आपको बता दें कि बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, सत्तारूढ़ टीएमसी ने लेफ्ट कांग्रेस के आरोप को खारिज कर दिया।

फिर दहल उठा भांगड़, 2  की मौत, कई लोग घायल

भांगड़ :  एक बार फिर गुरुवार को भांगड़में कोहराम मच गया। इस दिन पंचायत चुनाव के नामांकन का अंतिम दिन था। इस दौरान तृणमूल और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) समर्थक आपस में भिड़ गए। दोनों ओर से बमबाजी की गयी। इस दौरान एक आईएसएफ समर्थक को गोली लग गयी। इस घटना में उसकी मौत हो गयी। इसके साथ ही तृणमूल के दो कार्यकर्ता भी घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान एक की मौत हो गयी।

इस घटना की सूचना मिलने के बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंची। हालांकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हिंसा के पीछे आईएसएफ समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है।

क्या है घटना?

नामांकन पत्र जमा करने को लेकर बुधवार को देखी गई गहमागहमी की तस्वीर गुरुवार को लौट आई। सुबह 11 बजे के करीब भांगड़ का विजयगंज बाजार एक बार फिर रणक्षेत्र बन गया। दोनों ओर से बमबाजी हुई और गोलियां चली। मोहम्मद मोहिद्दीन मोल्लाह नाम के एक आईएसएफ कार्यकर्ता की गोली लगने से मौत हो गयी। इसके बाद वहां मौजूद भीड़ उग्र हो उठी। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

Mamta Banerjee's party Trinamool Congresspanchayat elections 2023 in bengalबंगाल में पंचायत चुनाव 2023ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस