कृषि शुल्क बढ़ोतरी के खिलाफ चाईबासा में भी व्यवसायिक हड़ताल शुरू

चाईबासा : कृषि उपज एवं पशुधन विपणन विधायक 2022 के विरोध में बुधवार से खाद्यान्न व वनोपज व्यापारियों के शुरू हुए आंदोलन का असर चाईबासा जिले में भी देखने को मिला। चाईबासा, चक्रधरपुर, सोनुवा, गोईलकेरा, मनोहरपुर, बड़ा जमदा, नवामुंडी, हटगमहारिया, जगन्नाथपुर, मंझारी , तान्तनगर, मंझगांव, गुवा, किरीबुरू तथा सूदूरवर्ती इलाकों के व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। उपभोक्ताओं को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नही होने से विधेयक के प्रति रोष जताया।

व्यवसायियों के हड़ताल की वजह से खाद्यान्न के अलावे सब्जी और फलों के थोक और खुदरा व्यवसाय प्रभावित हुआ।
मौके पर फेडरेशन के कोल्हान क्षेत्रीय उपाध्यक्ष नितिन प्रकाश ने कहा कि कृषि शुल्क बढ़ोतरी से आम लोगों पर महंगाई का बोझ बढ़ेगा।

उन्होंने कहा कि सामानों के दाम बढ़ेंगे और सरकार को जितनी राजस्व मिलने की उम्मीद है, उससे ज्यादा क्षति होगी। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल में वैसे सभी लोग शामिल हैं, जो खाद्यान्नों के व्यवसाय करते हैं। उन्होंने कहा कि सुबह से ही खाद्यान्नों का आवक और जावक पूरी तरह से ठप है।

बंद को सफल बनाने में फेडरेशन के कोल्हान क्षेत्रीय उपाध्यक्ष नितिन प्रकाश, चाईबासा चेम्बर के अध्यक्ष मधुसूदन अग्रवाल , उपाध्यक्ष शिबू अग्रवाल, विकास गोयल, सचिव संजय चौबे, सयुंक्त सचिव दुर्गेश खत्री, नितिन अग्रवाल, कोषाध्यक्ष आदित्य सारदा, पवन कुमार अग्रवाल, अमित रुंगटा, दीपक प्रसाद, वकील खान, पंकज चिरानिया, मुकेश मोदी, किशन खिरवाल, इंद्रजीत रंधावा, बाबूलाल विजयवर्गीय, मनोज पटेल, सुशील चौबे, मृणाल सराफ, सचिन अग्रवाल, पिंटू अग्रवाल, पप्पू अग्रवाल, अमन सुल्तानिया आदि शामिल थे।

 

कृषि शुल्क बढ़ोतरी के खिलाफ चाईबासा में भी व्यवसायिक हड़ताल शुरू