बंगाल में अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ायेगा सीबीआई

सीबीआई पर मवेशी से लेकर भर्ती भ्रष्टाचार मामलों की जांच का बोझ

कोलकाता : बंगाल में बढ़ते मामलों की पृष्ठभूमि में, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) राज्य में अपने कर्मचारियों की समीक्षा कर रहा है और उन क्षेत्रों की पहचान कर रहा है, जहां अतिरिक्त कर्मचारियों की जरूरत है।

सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में सीबीआई की 2 इकाइयां बंगाल में काम कर रही हैं, पहली एंटी-करप्शन विंग (एसीबी) है, जो सरकारी स्कूलों में भर्ती, मवेशी तस्करी और कोयले के क्षेत्रों में विभिन्न कथित वित्तीय भ्रष्टाचारों की जांच कर रही है। एसीबी मध्य कोलकाता में सीबीआई के निजाम पैलेस से कार्य करती है।

सीबीआई की दूसरी इकाई विशेष अपराध शाखा (एससीबी) की है, जो बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा के मामलों को देख रही है, और यह उत्तर कोलकाता के बाहरी इलाके में सॉल्टलेक में केंद्र सरकार के कार्यालय (सीजीओ) परिसर में एजेंसी के कार्यालय से संचालित होती है।

सूत्रों के मुताबिक सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक अजय भटनागर की हालिया कोलकाता यात्रा के दौरान, एजेंसी के अधिकारियों ने मामलों की बढ़ती संख्या की पृष्ठभूमि में, विशेष रूप से एसीबी में अपने कोलकाता कार्यालयों में जनशक्ति की कमी की समस्या पर प्रकाश डाला।

उस समय भटनागर ने आश्वासन दिया था कि जांच की प्रक्रिया को तेज करने के लिए अन्य राज्यों के अधिकारियों को शीघ्र ही बंगाल में प्रतिनियुक्त किया जाएगा। इसे देखते हुए वर्तमान जनशक्ति समीक्षा उन क्षेत्रों की पहचान करने के लिए चल रही है, जहां अतिरिक्त जनशक्ति की जरूरत है और उन क्षेत्रों में रैंक-आधारित आवश्यकताएं भी हैं।

सूत्रों के मुताबिक समीक्षा में शुरुआती अनुमान बताते हैं कि उप-अधीक्षक, निरीक्षक और उप-निरीक्षक के पद पर लगभग 100 अतिरिक्त जनशक्ति की जरूरत है।

पता चला है कि भटनागर ने अपने कनिष्ठ सहयोगियों को तत्काल कुछ अतिरिक्त बल देने का आश्वासन दिया है और शेष को जनशक्ति समीक्षा के अनुसार आवश्यकताओं के आधार पर किया जायेगा।

बता दें, हाल ही में, सीबीआई को विभिन्न मामलों में अपनी धीमी गति से जांच के लिए कई मामलों में न्यायाधीशों की नाराजगी की सामना करना पड़ा था।

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