मत्स्य पालन योजनाओं का डीसी ने किया निरीक्षण

केज पद्धति से झींगा, मणिपुरी हिलसा ,इंडियन मेजर कार्प मछली का किया जा रहा पालन

चाईबासा :  पश्चिमी सिंहभूम उपायुक्त अनन्य मित्तल के द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत संचालित बायोफ्लॉक मत्स्य पालन, मिश्रित मत्स्य पालन एवं केज पद्धति से मत्स्य पालन योजनाओं का निरीक्षण किया गया । निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त के द्वारा सदर प्रखंड अंतर्गत टुंगरी में बायोफ्लॉक से किए जा रहे मत्स्य पालन का निरीक्षण किया गया । उपायुक्त ने कहा कि बायोफ्लॉक एक नई तकनीक है, जिससे कम जल क्षेत्र में ज्यादा मत्स्य संचयन कर अधिक उत्पादन एवं आय अर्जित किया जा सकता है । मंझारी प्रखंड अंतर्गत भरभरिया में किए जा रहे मिश्रित मत्स्य पालन का निरीक्षण किया गया, जिसमें झींगा, मणिपुरी हिलसा एवं इंडियन मेजर कार्प इत्यादि मछली पालन किया जा रहा है । साथ ही तोरलो डैम में संचालित केज पद्धति मत्स्य पालन का निरीक्षण किया गया ।

मत्स्य पालन से लोगों की बढ़ी आमदनी

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत तोरलो डैम में केज पद्धति से मत्स्य पालन हेतु केज बैटरी उपलब्ध कराया गया है, जो 60% अनुदान पर तोरलो जलाशय विस्थापित समिति को योजना का लाभ दिया गया है, जिसमें विभिन्न प्रकार के मत्स्य का पालन समिति द्वारा किया जा रहा हैं । उपायुक्त ने कहा कि लोग मत्स्य पालन कर अच्छी आमदनी कमा रहे हैं, पलायन में भी कमी आ रही है साथ ही साथ लोगों में आत्मनिर्भरता आ रही है, उन्होंने जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया कि इन सभी योजनाओं से स्वयं सहायता समूहों को जोड़कर आत्मनिर्भर बनाएं ताकि हमारे जिले के दीदियों को स्वरोजगार मिल सके ।

डीसी ने स्कूल और आंगनबाड़ी का भी किया निरीक्षण

निरीक्षण के उपरांत मंझारी प्रखंड के बड़ातोरलो पंचायत भवन में उपायुक्त की अध्यक्षता में सावित्रीबाई फुले, प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति, पेंशन एवं मुख्यमंत्री पशुधन योजना सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की गई । जिसमें उपायुक्त महोदय के द्वारा वंचित लोगों को इन योजनाओं का लाभ देने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया । उन्होंने कहा कि इन सभी योजनाओं से कोई भी लाभुक वंचित ना रह जाए इसका विशेष रुप से ध्यान दिया जाए, साथ ही पंचायत के स्कूल एवं आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया गया, एवं स्कूली व्यवस्था में सुधार लाने हेतु उपस्थित शिक्षकों को प्रखंड विकास पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया । मौके पर जिला मत्स्य पदाधिकारी जयंत रंजन, प्रखंड विकास पदाधिकारी मंझारी सहित प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे ।

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