नई दिल्ली । दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय के समन पर बीआरएस एमएलसी के कविता उसके दिल्ली स्थित दफ्तर पहुंच गई हैं।
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उनसे दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मामले में उनकी कथित भूमिका को लेकर पूछताछ की जा रही है। ईडी के सूत्रों का कहना है कि इस मामले से जुड़ी हेरा-फेरी में कविता का सीधा हाथ है।
मीडिया की रिपोर्ट्स की माने तो इस सिलसिले में एजेंसी उनके एक कथित करीबी हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई से करा सकती है। बता दें कि पिल्लई को एजेंसी ने एक हफ्ते पहले गिरफ्तार किया था
ज्ञात रहे कि इससे पहले के कविता ने शुक्रवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर महिला आरक्षण विधेयक को संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में पारित करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल की थी। कविता तेलंगाना के सीएम के.चंद्रशेखर राव की बेटी हैं, उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से आह्वान किया कि वे महिला आरक्षण विधेयक को पारित करने के लिए सरकार पर दबाव बनाएं।
उनका कहना था कि मोदी सरकार के पास पूर्ण बहुमत है और ऐसे में वह इस विधेयक को आसानी से पारित करा सकती है। कविता ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी आग्रह किया कि वह इस विषय में दिलचस्पी दिखाएं और महिलाओं के साथ खड़ी हों।
गौरतलब है कि माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी की उपस्थिति में कविता ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर छह घंटे की भूख हड़ताल की शुरुआत की, उन्होंने मोदी सरकार से मांग करते हुए कहा कि वह महिला आरक्षण विधेयक को संसद के इसी सत्र में पेश करें।
उनके अनशन पर आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, शिरोमणि अकाली दल के नरेश गुजराल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सुभासिनी अली, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अंजुम जावेद मिर्जा, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) की शमी फिरदौस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के श्याम रजक, समाजवादी पार्टी (सपा) की पूजा शुक्ला, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सीमा मलिक समेत और कई अन्य नेता शामिल हुए थे।