ट्रांसफर को लेकर ECL के कर्मियों ने ललकारा प्रबंधन को…

मुग्मा : ईसीएल कर्मियों के ट्रान्सफर से नाराज मजदूरों ने सोमवार की सुबह राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन इंटक के बैनर तले ईसीएल के मुग्मा क्षेत्र अंतर्गत सिंदरी मोड़ स्थित बराकर इंजीनियरिंग फायर वर्कशॉप प्रोजेक्ट को पूरी तरह से बंद कर दिया। उक्त यूनियन के बैनर तले एक दिवसीय धरना दिया गया । इंटक के मुग्मा एरिया के कार्यकारी अध्यक्ष शशि भूषण तिवारी ने बताया कि एक बहुत बड़ी साजिश के तहत इस वर्कशॉप को बंद कर यहां की कर्मियों का ट्रान्सफर कर दिया गया है जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।

इस परिसर में वर्कशॉप में ऐसे संसाधन मौजूद हैं जिससे बड़ी-बड़ी मशीनें बनाई जा सकती है जिसका उपयोग ईसीएल के खदानों में आता है। इसके अलावा सीएसआर फंड के तहत इसके आसपास होने वाली विकास कार्यों को भी पूरी तरह से रोक दिया गया है जिससे आमजन में काफी रोष है और काफी असुविधा झेल रहे हैं।

वर्कशॉप के मुख्य मार्ग पर ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा थी जिसे कुछ वर्षों पूर्व असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया था तब पुलिस और प्रशासन द्वारा अविलंब नई मूर्ति लगाने की बात कही गई थी पर वर्षो बीत जाने के बाद भी आज तक वह मूर्ति खंडित ही पड़ी है और नई मूर्ति नहीं लग पाई। जिसके कारण भी यूनियन के सदस्यों में काफी नाराजगी दिखी तथा कहा कि अविलंब मूर्ति नहीं लगती है तो इसके लिए पूरी कांग्रेस पार्टी व्यापक आंदोलन और धरना भी करेगी।

 

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