रांची जमीन घोटाले के 2 Mastermind को ED ने किया गिरफ्तार

रांची : रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने अब कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल व आसनसोल के कारोबारी दिलीप घोष को गिरफ्तार कर लिया है. इस प्रकार इस प्रकरण में अबतक रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन सहित कुल दस गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. अमित अग्रवाल और दिलीप घोष जगतबंधु टी इस्टेट कंपनी के संचालक हैं. कंपनी के संचालक दिलीप घोष ने जमीन के फर्जी रैयत प्रदीप बागची से उक्त जमीन की रजिस्ट्री कराई थी. अमित अग्रवाल का कोलकाता के साल्टलेक सिटी में आवास है. उसका कोलकाता में अरोड़ा स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के अलावा झारखंड के जामताड़ा में मिहिजाम वनस्पति नामक प्रतिष्ठान भी है सेना के कब्जे वाली उक्त जमीन की खरीद-बिक्री में प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल को ही मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. दोनों ने रांची के तत्कालीन उपायुक्त निलंबित आइएएस अधिकारी छवि रंजन के सहयोग से यह फर्जीवाड़ा किया था. प्रेम प्रकाश नेताओं व नौकरशाहों का करीबी है. जिसे ईडी ने गत वर्ष अवैध खनन मामले में गिरफ्तार किया था. तब से ही वह जेल में है. छवि रंजन को सेना के कब्जे वाली जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में गत माह गिरफ्तार किया था. अब अमित अग्रवाल व दिलीप घोष की भी गिरफ्तारी हो गई है.

 

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