पूर्व DGP वीरेंद्र बने सूचना आयुक्त

-ममता की मीटिंग में शामिल नहीं हुए शुभेंदु

कोलकाताः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा सूचना आयुक्त की नियुक्ति को लेकर एक बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी शामिल नहीं हुए।

शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को राज्य के गृह सचिव को पत्र लिखकर सूचित कर दिया। उन्होंने इस बैठक को हास्यास्पद करार देते हुए कहा कि सब कुछ पूर्वनियोजित है।

ऐसे में उनका बैठक में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है। बता दें कि बुधवार दोपहर करीब 12:30 बजे विधानसभा भवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में सीएम ने बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पूर्व डीजीपी वीरेंद्र को सूचना आयुक्त बनाने का निर्णय किया गया।

राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति को लेकर भी चर्चा होनी थी। इस बैठक में राज्य के संसदीय मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय के साथ-साथ विपक्ष के नेता को भी शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन शुभेंदु शामिल नहीं हुए।

इसे भी पढ़ेंः 18 को शपथ लेंगे नए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन

प्रोटोकॉल के तहत मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति के लिए बैठक करते हैं। प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बुधवार को विधानसभा में यह बैठक बुलाई गई थी।

दरअसल, राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त का पद 6 महीने से ज्यादा समय से खाली पड़ा है। इस साल इस पद के लिए 15 लोगों ने आवेदन किया था। उनमें से चार को उम्र के कारण बाहर कर दिया गया था।

#मुख्यमंत्री ममता बनर्जीChief Minister Mamta BanerjeeChief Minister Mamta Banerjee programFormer DGP Virendra became Information Commissionerपूर्व DGP वीरेंद्र बने सूचना आयुक्तप्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जीबंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जीशुभेंदु अधिकारी