लोन देने के नाम पर धोखाधड़ी, फर्जी कॉल सेंटर से 2 महिलाओं सहित 12 गिरफ्तार

खुद को निजी मोबाइल कंपनियों का कर्मचारी बता रही थी

कोलकाता: लेकटाउन इलाके में उधार देने के नाम पर धोखाधड़ी का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस आरोप में दो महिलाओं समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर फर्जी कॉल सेंटर चलाने के भी आरोप हैं। आरोपियों के नाम तनवीर आलम (23), रफीकुल इस्लाम (41), अराफात मिस्त्री (32) और मैनुद्दीन अली (30) है। सभी आरोपी मोहम्मद अली नारायणपुर पश्चिम बेराबेरी के रहने वाले हैं।

पुलिस ने बताया कि शुक्रवार की देर रात विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर साइबर क्राइम ब्रांच की पुलिस ने लेकटाउन के एक मकान की तीसरी मंजिल पर छापेमारी की। पुलिस अधिकारियों ने वहां कार्यरत अधिकारियों से पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक, जांच अधिकारियों ने पाया कि कंपनी पश्चिम बंगाल और भारत के अन्य राज्यों में रहने वाले लोगों को बुला रही थी और खुद को निजी मोबाइल कंपनियों का कर्मचारी बता रही थी। आरोप है कि ये मकान की छतों और जमीन पर टावर लगाने के अलावा कंपनी से कर्ज दिलाने के नाम पर अलग-अलग बैंकों से मोटी रकम वसूल करते थे।

इनके पास से 13 स्मार्टफोन, दो अटेंडेंट रजिस्टर, तीन पैन कार्ड, तीन आधार कार्ड, एक डोंगल, आठ एटीएम कार्ड, चार रबर स्टांप, 14 मोबाइल सिम कार्ड और नकद जब्त किया है। विधाननगर साइबर विंग पुलिस दो महिलाओं समेत चार लोगों से पूछताछ कर जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है कि  इन अपराधियों के पीछे और किसका हाथ है। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने कबूल किया कि वे अन्य लोगों के साथ हैं। वे लोग पास के इलाके में डकैती करने की योजना बना रहे थे।

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