नवान्न में समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा- गंगासागर भारत का सबसे बड़ा मेला

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए होंगे हरसंभव प्रयास

कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि गंगासागर मेले के दौरान श्रद्धालुओं को किसी तरह की मुश्किल का सामना नहीं करना पड़े, यह सुनश्चित करने के लिए उनकी सरकार सभी तरह के कदम उठा रही है। गंगासागर मेला अगले महीने दक्षिण 24 परगना जिले में आयोजित किया जाएगा। ममता ने सागर द्वीप पर इस वार्षिक मेले की तैयारियों का जायजा लिया। इस मेले के लिए देश और विदेश के कोने-कोने से हिंदू श्रद्धालु यहां आते हैं और मकर संक्राति के मौके पर गंगा व बंगाल की खाड़ी के संगम में डुबकी लगाते हैं। इस साल गंगासागर मेला आठ जनवरी से 17 जनवरी के बीच आयोजित किया जाएगा। नवान्न सभागार में एक समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगासागर भारत का सबसे बड़ा मेला है। इस साल कम से कम 40 लाख लोग मेले में आएंगे। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि करीब 10 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। यातायात नियमों को लेकर योजना बनाई गई है और जलक्षेत्र में भी गश्त लगाई जाएगी। कानून-व्यवस्था से किसी भी कीमत पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। चिकित्सा इकाईयों को तैयार रखा जाएगा। बनर्जी ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की मदद से जीपीएस और उपग्रह निगरानी के माध्यम से वाहनों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।

उन्होंने कहा कि वार्षिक मेले को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सागर द्वीप के आसपास जरूरी खुदाई कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है। बनर्जी ने शोभनदेव चटर्जी, फिरहाद हकीम और अरूप विश्वास सहित वरिष्ठ मंत्रियों को गंगासागर मेले के दौरान गतिविधियों पर करीब से नजर रखने के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर मौजूद रहने को कहा।

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