कोलकाता में एडिनोवायरस से बच्ची की अस्पताल में मौत

10 और वेंटिलेटर पर

कोलकाताः रविवार को कोलकाता के पार्क सर्कस इलाके में एडिनोवायरस के संक्रमण से एक एक ढाई साल की बच्ची की मौत हो गई। कोलकाता में एडिनोवायरसको लेकर चिंता बढ़ गई है।

अस्पताल के अनुसार वह बच्ची एक सप्ताह से बीमार थी। उसको तेज बुखार और सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। इसके बाद राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि एडिनोवायरस से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि तीन दिन से ज्यादा बुखार हो, सिर दर्द हो, पेट खराब हो तो इलाज जरूरी है।

क्या है लक्ष्ण

आमतौर पर बुखार-खांसी, गले में खराश के साथ पेट खराब होना, उल्टी आना इस वायरस के लक्षण हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बुखार को नियमित अंतराल पर मापना चाहिए। बुखार कितना चढ़ता है। यह लिख लेना चाहिए। अगर एक दिन में बुखार नहीं उतरता है तो डॉक्टर के पास जाकर दिखाएंगे।

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रक्त में ऑक्सीजन के स्तर को ऑक्सीमीटर के साथ नियमित अंतराल पर मापा जाना चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि सांस लेने में दिक्कत हो तो मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूरी है।

गौरतलब है कि इससे पहले लेकटाउन में फरवरी के दूसरे सप्ताह में 5 साल के बच्चे की मौत हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक एडिनोवायरस से 6 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 3000 से ज्यादा संक्रमित हैं। अभी भी 10 और वेंटिलेटर पर है।

 विभाग ने जारी किया निर्देश

-बीमार होने पर बच्चों को स्कूल न भेजें।

-अगर 3-5 दिनों तक बुखार रहता है और सांस लेने में तकलीफ बनी रहती है, तो विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लें।

– मास्क के इस्तेमाल पर जोर देने की बात भी कही गई है।

– बुखार और सांस लेने में तकलीफ हो तो डॉक्टर से संपर्क करें

Kolkata's Park Circusकोलकाता के पार्क सर्कसराज्य के स्वास्थ्य विभागहैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल