आज के दिन का महत्व..!!

ब्यूरो रांची : भारत में ऐसी कई घटनाएँ हैं जिनके बारें में हमे शायद याद नहीं हैं। आज के दिन भारत के इतिहास में कौन कौन सी घटनाएँ हुई हैं। आज का इतिहास भारत का कैसा था। भारत के इतिहास में आज क्या घटा था। हमारा इतिहास इतना बड़ा है कि इसे याद रख पाना किसी आम इंसान के बस की बात नहीं है। वैसे भी देश-दुनिया में हर वक्त, हर पल कुछ न कुछ घटित होता रहता है, लेकिन कुछ घटनाएं इतनी महत्वपूर्ण होती हैं कि इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाती हैं।

हर दिन का अपना इतिहास होता है। इतिहास के पन्नो को पलट कर देखेंगे तो पाएंगे कि महज एक तारीख अपने आप में पूरी कहानी बयान करती है। आइये बताते हैं आपको 23 जुलाई के इतिहास के बारे में..आज ही के दिन साल 1906 में महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जन्म हुआ था। जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन देश की आजादी के लिए कुर्बान कर दी थी। आजाद बेहद कम उम्र में आजादी की लड़ाई का हिस्सा बने थे और आखिरी दम तक लड़ें थे।

सरहिंद में सिकन्दर सूरी को हराकर मुगल शासक हुमायूं दिल्ली पहुंचा था। आज ही की दिन गणितज्ञ, दार्शनिक और राष्ट्रवादी बाल गंगाधर तिलक का जन्म हुआ। हवाई में पहली टेलिफोन और टेलिग्राफ लाईन बिछाई गई थी। 23 जुलाई को ही ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध बांग्ला साहित्यकार ताराशंकर बंदोपाध्याय का जन्म हुआ था। 23 जुलाई का दिन सूचना और प्रसारण की दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है।

आज ही के दिन साल 1927 में आकाशवाणी की नींव रखी गई थी। उस समय इसका नाम भारतीय प्रसारण सेवा यानी (इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कार्पोरेशन) रखा गया था जो आगे चलकर ऑल इंडिया रेडियो और फिर 1957 में ‘आकाशवाणी’ के नाम से जाना जाने लगा। अगर बात करे विश्व के इतिहास की तो 23 जुलाई 1829 को अमेरिका के विलियम ऑस्टिन बर्ट ने टाइपोग्राफ का पेटेंट कराया था। कहा जाता है कि ये आगे चलकर टाइपराइटर के विकास में मील का पत्थर साबित हुआ।

 

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