भाजपा की राष्ट्रीय नेत्री मिस्फिका के विरुद्ध झारखंड सरकार करेगी PE दर्ज

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा नेत्री मिस्फिका हसन के खिलाफ अवैध तरीके से भूमि और संपत्ति अर्जन के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो को पीई दर्ज करने की अनुमति दी है. मिस्फिका हसन अभी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री हैं. वह पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता भी हैं. उन पर पाकुड़ के ईलामी प्रखंड की मुखिया रहते अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. एंटी करप्शन ब्यूरो ने मिस्फिका के खिलाफ पीई दर्ज करने की स्वीकृति मांगी थी. उनके खिलाफ एसीबी को एक शिकायतकर्ता ने शपथ पत्र के साथ कंप्लेन लेटर दिया है. उसके मुताबिक, मिस्फिका के नाम से कुल 8 भूखंडों का रजिस्टर्ड डीड है. ACB का इल्जाम है कि मिस्फिका ने पाकुड़ के ईलामी प्रखंड की मुखिया के पद पर रहते अवैध संपत्ति अर्जित की है. एंटी करप्शन ब्यूरो की जांच में इल्जाम को सही पाया गया. जिसके बाद ACB ने मामले में पीई दर्ज करने की इजाजत मांगी थी, जिस पर सीएम ने मुहर लगा दी है. इसके अलावा उन्होंने मुखिया रहते हुए कई अन्य संपत्ति भी अर्जित की है. कंप्लेन लेटर में लगाये गये आरोपों की पुष्टि दुमका के तत्कालीन इंस्पेक्टर द्वारा दिये गये जांच रिपोर्ट में हुई थी और मामले की खुली जांच के लिए पीई दर्ज करने की अनुशंसा की गई थी.

 

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