नए संसद भवन समारोह का झामुमो ने भी किया बहिष्कार

राष्ट्रपति संथाली आदिवासी महिला हैं, इसलिए उनसे नहीं कराया जा रहा उदघाटन : सुप्रीयो भट्टाचार्य

रांची : संसद के नए भवन उदघाटन समारोह का देश के अन्य विपक्षी दलों के साथ झामुमो ने भी बहिष्कार करने की घोषणा की है. पार्टी कार्यालय में इसकी जानकारी देते हुए प्रवक्ता सुप्रीयो भट्टाचार्य ने कहा कि राष्ट्रपति देश के सर्वोच्च पद पर बैठे होते हैं और उनकी अनुमति से ही  संसद का सत्र शुरू और समाप्त होता है. अब ज़ब नए संसद भवन का उदघाटन होने जा रहा है और राष्ट्रपति को ही आमंत्रित नहीं किया जा रहा है, उनसे उदघाटन नहीं कराया जा रहा है, नए संसद भवन में उनका अभिनन्दन नहीं किया जायेगा, तो ऐसे कार्यक्रम से दूर रहना ही बेहतर है.

 

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झामुमो प्रवक्ता ने भाजपा पर साधा निशाना :

झामुमो प्रवक्ता ने भाजपा पर निशाना साधते कहा कि भाजपा आदिवासी गौरव दिवस मनाती है, लेकिन भाजपा आदिवासियों का ना तो सम्मान नहीं करती है और ना ही आदर. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक संथाली आदिवासी महिला है, इसलिए उनसे संसद भवन का उदघाटन नहीं कराया जा रहा है, जो देश के सभी संवैधानिक संस्थाओं के सर्वोच्च पद पर हैं, जो प्रधानमंत्री तक को नियुक्त करती हैं, उनकी जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वयं उदघाटन करना हास्यास्पद है. राष्ट्रपति का अपमान किसी एक व्यक्ति का अपमान नहीं है, बल्कि देश के संवैधानिक संस्थाओं का अपमान है, 140 करोड़ भारतीयों का अपमान है.झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि नए संसद भवन का उदघाटन भी ऐसे दिन किया जा रहा है, जिसने अंग्रेजों से 19 बार माफ़ी मांगी, देश के साथ गद्दारी की, ऐसे व्यक्ति सावरकर के 140 वीं जन्मतिथि पर यह आयोजन हो रहा है.