ममता बनर्जी ने किया गंगा कटाव रोकने के लिये 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा

मुर्शिदाबाद : पंचायत चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को मुर्शिदाबाद में गंगा कटाव को रोकने के लिए 100 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की है। शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री ने मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज क्षेत्र में गंगा कटाव की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री शमशेरगंज सभा में शामिल हुईं और गंगा कटाव को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा कटाव, बाढ़ नियंत्रण केंद्र की परियोजना है। कई महीने बीत जाने के बाद भी अब तक कोई यहां के लोगों को मदद नहीं पहुंचाई गई है। वे बस राजनीति और अशांति में व्यस्त हैं। इस दौरान उन्होंने गंगा के कटाव को रोकने के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने गुरुवार को मालदा और मुर्शिदाबाद में जिला प्रशासन की बैठकें कीं। उस बैठक से ममता ने शमशेरगंज में गंगा कटाव से निपटने के लिए 50 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की थी।

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जानकारी के अनुसार ममता बनर्जी गुरुवार को मालदा के अंग्रेजीबाजार में अभिषेक के मंच पर पहुंची। उन्होंने वहां भी केंद्र की अलोचना करने का एक भी अवसर नहीं छोड़ा। ऐसे माहौल में जहां ममता ने शिकायत की कि केंद्र गंगा के कटाव जैसी गंभीर समस्या में मदद नहीं कर रहा है, वहीं आर्थिक मदद की घोषणा करते हुए उन्होंने लोगों के साथ खड़े होने का संदेश दिया। उल्लेखनीय है कि ममता ने शुक्रवार को कहा, “कल मैंने 50 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी। आज मैंने 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। गंगा कटाव के लिये काम शुरू हो गया है। मरम्मत की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिनके घर छूट गए हैं उन्हें पट्टा दिया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नदी से 4-5 किमी दूर घर बनाने का सुझाव दिया।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक और सिंचाई सचिव को निर्देश दिया कि यह काम अच्छे से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर वे इस साल 100 करोड़ रुपये में अच्छा काम करेंगे तो अगले साल और पैसे देंगी। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले शमशेरगंज में गंगा कटाव क्षेत्र का दौरा करने के दौरान पार्थ ने कहा था कि अगर केंद्र पैसा नहीं देगा तो राज्य काम करेगा। 26 अप्रैल को नवान्न में प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ने उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ”मैंने पार्थ भौमिक का एक बयान देखा है कि हम गंगा जल निकासी का काम अपने हाथ में लेंगे। इस संबंध में कोई क्लियरेंस नहीं आया है।” मुख्यमंत्री ने उन्हें उनकी टिप्पणियों के लिए चेतावनी भी दी।

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