मन की बात ने देश को एकजुट होकर आपदा का सामना करने के लिए तैयार किया : अन्नपूर्णा देवी

कोडरमा : केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री एवं कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि 30 अप्रैल 2023 को नये इतिहास की रचना होगी, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मन की बात का 100 वां संस्करण दुनिया का सबसे ज्यादा लोगों द्वारा सुना जानेवाला रेडियो ब्रॉडकास्ट बनेगा, रिकॉर्ड कायम होगा। अन्नपूर्णा देवी ने चाराडीह, कोडरमा स्थित आवासीय कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत 3 अक्टूबर 2014 को हुई थी। मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण 52 भाषाओं एवं बोलियों में होता है, जिनमें 11 विदेशी भाषायें भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मन की बात दुनिया का इकलौता रेडियो प्रोग्राम है जिसके माध्यम से राष्ट्र का कार्यकारी प्रमुख हर महीने जनता से सीधा संवाद करता है। मन की बात के हर एपिसोड के प्रसारण से पूर्व हर देशवासी से सुझाव और जानकारी आमंत्रित की जाती है। उपयुक्त विषयों को शामिल भी किया जाता है। इसीलिए प्रधानमंत्री जी के मन की बात देश के “जन-जन और कण-कण” की बात बन गई है।

 

ये भी पढ़ें : ज्योति मुंदरी ने ली युवा कांग्रेस की सदस्यता

 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मन की बात कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनता से सीधा संवाद, राष्ट्र निर्माण और चरित्र निर्माण है। उन्होंने कहा कि मन की बात में चर्चा के बाद “सेल्फी विथ डॉटर” से बालिकाओं की गरिमा बढ़ाने का अभियान चला। ” स्टैच्यू क्लीनिंग” के आहवान पर जन-जन में राष्ट्र के नायकों के प्रति सम्मान के भाव में वृद्धि हुई। “फिट इंडिया” के नारे ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। मन की बात ने देश को एकजुट होकर आपदा का सामना करने के लिए तैयार किया, लोगों में उत्साह भरा-कोविड, बाढ़-सुखाड़ आदि की स्थिति में देश में अदभुत एकता और एकजुटता दिखी। मन की बात ने संस्कृति, लोक परम्परा, भाषा, लोक कथाओं, त्यौहारों का महत्व बढ़ाया। कई अज्ञात या कुछ खास क्षेत्रों या समुदायों के बीच सिमटे त्यौहारों, परम्पराओं को राष्ट्रीय फलक मिला।आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी मन की बात सहयोगी बना। खिलौना उद्योग, खादी एवं अन्य ग्रामीण कुटीर उद्योग, घरेलू पर्यटन आदि उदाहरण हैं। स्वच्छता अभियान, पर्यावरण संरक्षण, हर घर तिरंगा जैसे सफल अभियानों का संवाहक बना, जन भागीदारी बढ़ी। सीमा पर डटे जवान हों, कोरोना काल में ऑक्सीजन परिवहन में लगे ट्रक ड्राइवर और पायलट हों, टीकाकरण अभियान में लगे स्वास्थ्य कर्मी या कोरोना काल में लोगों की सेवा कर रहे सामान्य जन-मन की बात के माध्यम से पीएम ने सबको प्रोत्साहित किया। यह मन की बात कार्यक्रम की वैश्विक लोकप्रियता का प्रमाण है कि 27 जनवरी 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रधानमंत्री जी के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया और भारत की जनता के पत्रों के उत्तर दिए। मन की बात कार्यक्रम को 100 करोड़ लोगों ने कम से कम 1 बार सुना है, 23 करोड़ लोग इस कार्यक्रम के नियमित श्रोता हैं। आई. आई. एम. रांची मन की बात की शतकीय यात्रा पर शोध करेगा। प्रेस वार्ता का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन मीडिया प्रभारी मनोज कुमार झुन्नू ने किया। प्रेस वार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष  नितेश चंद्रवंशी, महासचिव अनूप जोशी, राजकुमार यादव एवं कार्यक्रम प्रभारी सुधीर सिंह उपस्थित थे।