झारखंड में अब तक करीब 70 लाख आभा कार्ड बने : गयासुद्दीन अहमद

रांची : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड में संयुक्त सचिव-सह-वित्त परामर्शी, स्वास्थ्य मंत्रालय (केंद्र सरकार) गयासुद्दीन अहमद की अध्यक्षता में शुक्रवार को समीक्षा बैठक हुई। बैठक में अहमद ने कहा कि अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों का आयुष्मान कार्ड का स्क्रीनिंग किया जाय। साथ ही जिन व्यक्तियों का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है और यदि वह इसके योग्य है तो उनका आयुष्मान कार्ड बनाया जाय।

अहमद ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिया कि झारखंड में सभी लोगों का आभा कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा जाय। उनको क्या-क्या बीमारी है, उसका डिजिटल रिकार्ड अस्पताल में उपलब्ध हो, जिससे उनका इलाज करने में आसानी हो। उन्होंने कहा कि दिल्ली, मुम्बई, केरल आदि शहरों में यह कार्य हो रहा है। झारखंड राज्य में अभी तक 70 लाख 71 हजार लोगों का आभा कार्ड बनाया जा चुका है। समीक्षा बैठक के दौरान आयुष्मान भारत योजना के साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और अन्य योजनाओं की भी भौतिक एवं वित्तीय समीक्षा की गई।

अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड आलोक त्रिवेदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लोगों का स्क्रीनिंग कर आयुष्मान कार्ड बनाएं। बताया कि सरकार आभा कार्ड बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।

समीक्षा बैठक के दौरान डॉ. वीरेन्द्र कुमार, निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाएं, मनोज कुमार, निदेशक वित्त, लक्ष्मी नारायण किशोर, प्रशासी पदाधिकारी, डॉ. राकेश दयाल, नोडल पदाधिकारी, विभिन्न कार्यक्रमों एवं कोषांगों के नोडल पदाधिकारी, एसपीएमयू कोषांग, विभिन्न कार्यक्रमों एवं कोषांगों के परामर्शी, आयुष्मान परामर्शी एवं एड्स कन्ट्रोल के परामर्शी व अन्य भी उपस्थित थे।

 

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