विपक्षी एकता को लेकर नीतीश कुमार ने सीएम हेमंत सोरेन से की मुलाकात

देश का इतिहास बदलने का हो रहा प्रयास : नीतीश

रांची : 2024 लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते बुधवार को रांची पहुंचे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाक़ात की. इस दौरान उनके साथ बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद थे, इसके पूर्व रांची हवाई अड्डा पर सीएम नीतीश कुमार का स्वागत मंत्री मिथलेश ठाकुर और सत्यानंद भोक्ता ने किया, उसके बाद नीतीश कुमार को गार्ड ऑफ़ ओनर दिया गया,एयरपोर्ट से नीतीश कुमार सीधे सीएम आवास पहुंचे और विपक्षी एकता पर सकारात्मक बातचीत के बाद मीडिया से दोनों सीएम मुख़ातिब हुए.

 

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देश का इतिहास बदल रहा है केंद्र

नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव को लेकर देश के भ्रमण पर निकले हैं, कई राज्यों के सीएम से मुलाक़ात के बाद वें 10 मई को रांची आये है, संक्षिप्त बात चीत काफ़ी सकारात्मक रही है, उनका प्रयास है कि अधिकांश लोग एक साथ आये और देश के विकास में सहयोग करें. नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र देश के इतिहास को ही बदलना चाहती है, लेकिन वे लोग इतिहास को कायम रखना चाहते है, देश में कोई काम नहीं हो रहा है, केवल एक ही की चर्चा होती है, दूसरे पक्ष के खिलाफ में कहा जाता है.

 

शिबू सोरेन ने पहली बार बनाया सीएम

नीतीश कुमार रांची में भी पुराने रिश्तों की दुहाई दी. उन्होंने कहा की सीएम हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन ने उन्हें पहली बार मुख्यमंत्री बनाया था, वे उन्हें बहुत मानते थे, नीतीश ने अपने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की ओर इशारा करते कहा कि उनके पिता से जेपी आंदोलन से ही रिश्ता रहा है.

 

केंद्र के खिलाफ विपक्ष कि भूमिका में

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि वे लोग अभी केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष कि भूमिका में हैं, वें नई पीढ़ी के राजनीति के सिपाही हैं, अभी बहुत कुछ सीखना और जानना हैं, अविभावक नीतीश कुमार के साथ हैं, क्षेत्रीय अस्मिता और देश कि एकता को कायम रखने के लिए नीतीश कुमार का मार्गदर्शन जरुरी है.

 

कांग्रेस का नहीं था कोई प्रतिनिधि

विपक्षी एकता के लिए दोनों सीएम के साथ बैठक में कांग्रेस का कोई मंत्री या नेता मौजूद नहीं थे, वहीं पीएम चेहरे के सवाल को भी नीतीश कुमार ने कोई जवाब नहीं दिया.