जुलाई में पता चलेगी बंगाल के बाघों की संख्या

शीर्ष वन्य जीव अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी

कोलकाता: बंगाल के बाघों की विस्तृत आकलन रिपोर्ट इस साल के जुलाई में जारी की जाएगी जिससे उत्तरी बंगाल के तीन वन्य अभयारण्य में मार्जार प्रजाति के इन जीवों की वास्तविक संख्या की जानकारी मिलेगी। शीर्ष वन्य जीव अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

बंगाल के मुख्य वन्य जीव वार्डन देबल राय ने बताया कि विस्तृत विश्लेषण से जानकारी मिलेगी कि क्या महानंदा अभयारण्य, नेओरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान और बक्सा टाइगर रिजर्व को बाघ रिजर्व के तौर पर वर्गीकृत किया जा सकता है या ऐसे स्थान के तौर पर उल्लेख किया जा सकता है। जहां पर बाघों की आबादी रहती है।

उन्होंने बताया, हम राज्य के व्यापक बाघ आकलन रिपोर्ट में विस्तृत जानकारी देंगे जिसे जुलाई में जारी किया जाएगा। फिलहाल मैं यहीं कह सकता हूं कि उत्तर बंगाल के तीन स्थानों से प्राप्त जानकारी उत्साहजनक है। उन इलाकों में बाघों की मौजूदगी के संकेत मिले हैं खासतौर पर नेओरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान में। इसके सच होने के कई कारण है।

अधिकारी ने बताया कि वन विभाग द्वारा पिछले सालों में कई शिकार रोधी कदम उठाए गए हैं। स्थानीय लोगों की संलिप्तता के साथ जन जागरूकता अभियान चलाया गया है। जिसके नतीजे अब आ रहे हैं। राय ने बताया, विस्तृत विश्लेषण से वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त होगी।

बता दें, इससे पहले बाघ आकलन रिपोर्ट में रेखांकित किया गया था कि राज्य में बाघों की सबसे अधिक संख्या सुंदरबन में है। कैमरा ट्रैप प्रौद्योगिकी की मदद से की गई पिछली गणना के मुताबिक करीब 100 बाघ वहां मौजूद हैं।

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