हनुमान जयंती पर शुभेंदु ने की सीएम को नजरबंद करने की मांग

तीन हिस्सों में पुलिस के साथ केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) की तैनाती कर दी गई

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में रामनवमी शोभायात्राओं पर हमले के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा से सबक लेते हुए हनुमान जयंती की शोभायात्राओं की सुरक्षा के लिए राज्य के तीन हिस्सों में पुलिस के साथ केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) की तैनाती कर दी गई।

राज्य सचिवालय की ओर से केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखे जाने के बाद बुधवार शाम ही अर्धसैनिक बलों की तीन कंपनियां तैनात कर दी गई थीं।

इनमें से एक को राजधानी कोलकाता, दूसरी को उत्तर 24 परगना के बैरकपुर तथा तीसरी को हुगली जिले के चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत तैनात किया गया था, जहां रिसड़ा में रामनवमी की शोभायात्रा पर हमले के बाद हिंसा भड़की थी।

गुरुवार को सुबह से ही केंद्रीय बलों के जवान राज्य पुलिस के साथ मिलकर रूट मार्च कर रहे थे। संवेदनशील क्षेत्रों में इनकी विशेष तौर पर तैनाती की गई। राज्य पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि राज्य सचिवालय से पूरे हालात पर निगरानी रखी जा रही है और सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों तथा पुलिस आयुक्तों को विशेष तौर पर सतर्क रहने को कहा गया है। कमोबेश 50 से अधिक छोटी-बड़ी शोभायात्राओं को अनुमति मिली। इसलिए विशेष तौर पर सतर्कता बरती गयी।

इधर, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय बलों की तैनाती को लेकर ममता बनर्जी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अपने वोट बैंक के लिए एक समुदाय को भड़का रही हैं ताकि बहुसंख्यक समुदाय पर हमला हो। इसीलिए केंद्रीय बलों की तैनाती हो रही है। सबसे पहला काम ममता को नजरबंद करने का होना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि हनुमान जयंती पर विशेष तौर पर सतर्कता बरतने का निर्देश मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया था। उन्होंने सभी जिला प्रशासन को विशेष तौर पर सतर्क रहने को कहा। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी राज्य सरकारों को निर्देश दिया कि हनुमान जयंती पर कानून व्यवस्था बनी रहे।

 

Demand to put CM under house arrestRam Navami processions in West Bengalपश्चिम बंगाल में रामनवमी शोभायात्राओंसीएम को नजरबंद करने की मांग