मंत्री जगरनाथ महतो के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचा पक्ष-विपक्ष

बहुत कम समय में शिक्षा विभाग में किया सुधार : चंपई,जगरनाथ महतो के असमय जाने से भविष्य में उनके स्थान को भर पाना मुश्किल : विस अध्यक्ष

रांची :  रांची के बिरसा मुंडा एयर पोर्ट और विधानसभा में दिवंगत मंत्री जगरनाथ महतो के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए सत्ता और विपक्ष के नेता भी मौजूद थे,केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि जगरनाथ महतो के निधन से राज्य को अपूरणीय क्षति हुई है, वे बेबाक टिप्पणी करते थे, हमलोग अलग दल में थे, लेकिन झारखंड के मुद्दों पर खूब चर्चा होती थी, अब स्मृति शेष रह गया है.स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जगरनाथ दा शेरदिल इंसान थे, झुकना, रुकना, थकना, हारना वे जानते ही नहीं थे, इसलिए उन्हें टाइगर कहा जाता था, शारीरिक अस्वस्थता के बावजूद वे अपने कर्तव्य को निभाते रहे.पी एच ई डी मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि वे झारखंड के स्तंभ थे, अलग राज्य आंदोलन में उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता, असमय उनका इस तरह जाना हम सभी के लिए काफ़ी दुःखद है,परिवहन मंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि बहुत कम समय में शिक्षा विभाग में कई फैसले लिए, मॉडल स्कूल को जमीन पर उतारा, पारा शिक्षकों के लिए काम किया.कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि वे जिंदादिल इंसान थे, उनके किये कार्य हमेशा लोगों को याद रहेगा, सब के दिलों में वे अमर रहेंगे,राजयसभा सांसद महुआ मांझी ने कहा कि जिस तरह उनके क्षेत्र  की जनता उन्हें अपना अभिभावक मानती थी, उसी तरह हमलोग भी उन्हें अपना अभिभावक मानते थे, लोग उन्हें जुझारूपान के कारण टाइगर जरूर कहते थे, लेकिन उनका स्वाभाव बहुत सरल था.विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि जिस तरह असमय जगरनाथ महतो चले गए, उससे झारखंड में राजनीतिक खालीपन आया है, उसे भविष्य में भर पाना मुश्किल है.

 

ये भी पढ़ें : रांची पहुंचा दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर