हमारा आचरण ईश्वर के इच्छा के विरुद्ध ना हो:-फादर अगस्टिन कुल्लू

बच्चे बच्चियों ने शपथ लिया कि वे परम पिता ईश्वर के सामर्थ्य में विश्वास करेंगे और जीवन में सभी बुराईयों को त्याग देंगे।

चाईबासा : रोमन कैथोलिक चर्च में उजाला रविवार के रूप में कैथोलिक परिवार के 39 बच्चे-बच्चियों ने समारोहपूर्वक प्रथम परम प्रसाद धर्मविधि के साथ ग्रहण किया।सभी परम प्रसाद ग्रहण करने के योग्य बच्चों को फादर यूजिन एक्का द्वारा शपथ दिलाया गया। बच्चे बच्चियों ने शपथ लिया कि वे परम पिता ईश्वर के सामर्थ्य में विश्वास करेंगे और जीवन में सभी बुराईयों को त्याग देंगे। मिस्सा पूजा के मुख्य अनुष्ठादाता फादर अगस्टिन कुल्लू ने अपने उपदेश में कहा कि प्रथम परम प्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चे नयी सोच के साथ आध्यात्मिकता सम्पन्न जीवन में प्रवेश कर गए हैं। उन्होंने कहा कि परम प्रसाद ग्रहण करने का आशय है कि हम ईश्वर के सामर्थ्य को पहचानने के योग्य बन गए हैं और हमारा आचरण ईश्वर के इच्छा के विरुद्ध कदापि न हो।मिस्सा पूजा के दौरान संजीव कुमार बलमुचू, रोयलेन तोपनो, रोबिन बलमुचु,कमल मिंज, प्रमोद सुरीन की अगुवाई में भक्ति गीत “तोके माय खोजोना,तोके माय चाहोना,मोर सांगे जीवन में आओ प्रभु ” की गूंज से वातावरण भक्तिमय हुआ।

 

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बच्चे बच्चियों को प्रमाण-पत्र प्रदान दिया गया

मौके पर प्रथम परम प्रसाद ग्रहण करने वाले बच्चे बच्चियों को प्रमाण-पत्र प्रदान दिया गया और बुके देकर शुभकामनाएं दी गई। प्रथम परम प्रसाद ग्रहण करने वाले सभी बच्चे बच्चियों को जीवन में अच्छे संस्कारों को आत्मसात करने के लिए फादर यूजिन , ब्रदर्स व सिस्टरों द्वारा महीने भर प्रार्थनाएं सिखाए गए। प्रथम परम प्रसाद ग्रहण समारोह में पल्ली पुरोहित फादर निकोलस केरकेट्टा सिस्टर बलमदीना, ब्रदर अनिल, काथलिक सभा अध्यक्ष आशीष बिरूआ,जेम्स गागराई, जुलियाना देवगम, प्रफुल्लित गागराई,जगरानी सुंडी, वीरेंद्र तोपनो, पैडरिक कुजूर, फुलजेम्स डाहंगा, जेम्स सोय,वाल्टर बारला,सविता बारला,रोशनी डुकरिया,जोसेफ तोपनो, मार्ग्रेट सुंडी समेत काफी संख्या में कैथोलिक ईसाई परिवार के बच्चे- बच्चियों,युवा व महिला -पुरुष उपस्थित थे।चर्च के धार्मिक अनुष्ठान के बाद बच्चे बच्चियों के प्रथम परम प्रसाद ग्रहण करने के उपलक्ष्य में माता-पिता द्वारा पारिवारिक भोज में रखा गया।