पीएम मोदी ने लगाया फिलिस्तीन के राष्ट्रपति को फोन

चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया

नई दिल्ली : इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। अब तक हजारों लोगों की मौत हो गई है। लेकिन बदस्तूर जंग जारी है। 7 अक्टूबर को शुरू हुई लड़ाई के बाद से अब तक कुल 4500 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इसी बीच फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 17 अक्टूबर को गाजा स्थित अल अहली अस्पताल पर इजरायली सेना ने रॉकेट से हमला किया, जिसमें कम से कम 500 लोगों की मौत हो गई। इस पूरी घटना के लिए इजरायल और फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन इस्लामिक जिहाद ने एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है।

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आरोप लगाया है कि हमास का रॉकेट मिसफायर होकर हॉस्पिटल पर गिर गया है। उन्होंने X पोस्ट कर लिखा,‘’पूरी दुनिया को पता होना चाहिए कि गाजा में जो बर्बर हमला हुआ है, उसे आतंकवादियों ने अंजाम दिया है, न कि इजरायली सेना ने। जिन लोगों ने हमारे बच्चों की बेरहमी से हत्या की, वे अपने बच्चों की भी हत्या करते हैं।‘’

पूरी दुनिया में इसकी आलोचना हुई है। अब इसी क्रम में पीएम मोदी ने भारतीय प्रधानमंत्री ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की है। इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर भी अपनी संवेदना व्यक्त की।

पीएम मोदी ने इस दौरान स्पष्ट किया कि भारत फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय मदद जारी रखेगा। क्षेत्र में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी गहरी चिंता साझा की। इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया।

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