कोयला तस्करी के सरगना से प्रोटेक्शन मनी लेता था पुलिस अधिकारी

सीबीआई कर रहा पूछताछ

कोलकाताः बंगाल शिक्षक भर्ती में भ्रष्टाचार, गौ तस्करी, कोयला घोटाले में भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियां ​​लगातार अभियान चला रही हैं। इस बार कोयला घोटाले की जांच में बीरभूम के सिउड़ी थाने के आईसी सीबीआई के रडार पर हैं।

उक्त पुलिस अधिकारी का नाम मोहम्मद अली है। उन्हें कोयला घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक अनूप मांझी उर्फ ​​लाला से संरक्षण राशि प्राप्त करने के आरोप में तलब किया गया है।

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यह पहली बार नहीं है जब कोयला तस्करी मामले में कई पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की गई है। इनमें कई आईपीएस अधिकारी भी हैं। यहां तक ​​कि इस राज्य के एक पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।

केंद्रीय एजेंसी ने बताया है कि लाला से मोहम्मद अली लगातार हर महीने रुपये लिया करता था। ये रुपये उसे जिले में सेफ पैसेज देने और किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई से सुरक्षा देने के एवज में ली जाती थी।

पता चला है कि न केवल थाना प्रभारी बल्कि कई आईपीएस रैंक के अधिकारी भी इस गिरोह के सदस्य रहे हैं और रुपये की वसूली करते रहे हैं। इस सिलसिले में मंगलवार को मोहम्मद अली को निजाम पैलेस में तलब किया गया था।

गौरतलब है कि नवंबर 2020 में अनूप मांझी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद जांच के सिलसिले में मोहम्मद अली के बारे में पता चला था। इस संबंध में पहले से गिरफ्तार बीएसएफ के कमांडेंट सतीश, ईसीएल के महाप्रबंधक अमित कुमार धर और अन्य अधिकारियों से पूछताछ में भी मोहम्मद अली के बारे में पता चला था।

यहां तक कि कई बार तस्करी के लिए कोआर्डिनेशन के तौर पर भी मोहम्मद अली से बात की जाती थी, इसलिए उनसे पूछताछ कर उनका बयान रिकॉर्ड किया जा रहा है।

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