एमएलए हॉस्टल के गेट पर वंचित अभ्यर्थियों का विरोध-प्रदर्शन

 

कोलकाता: राज्य में करोड़ों रुपये के स्कूल जॉब केस के खिलाफ वंचित अभ्यर्थियों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने सुबह में सेंट्रल कोलकाता में एमएलए हॉस्टल के गेट को जाम करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया। पोस्टर लेकर अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन करते हुए रास्ता ब्लॉक कर दिया। इस कारण कुछ मंत्रियों सहित कई विधायक घंटों छात्रावास परिसर में फंसे रहे। सूचना मिलने पर कोलकाता पुलिस के सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को हटा दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों और पुलिसकर्मियों के बीच हल्की झड़प भी हुई।

जिस समय प्रदर्शनकारी विरोध जता रहे थे, उस समय पश्चिम बंगाल विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा था और एमएलए हॉस्टल विभिन्न जिलों के विधायकों से भरा था। आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि पिछले दो वर्षों से अधिक समय से कोलकाता की सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान राज्य विधानसभा के कई सत्र हुए हैं। एक उम्मीदवार ने कहा कि हमारे मामले को लेकर एक भी सत्र में चर्चा नहीं हुई। हमारा सवाल यह है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक हमारे मामले को सदन में उठाने से परहेज क्यों कर रहे हैं।

दूसरी तरफ, विरोध-प्रदर्शन का विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने भी बुधवार को सदन के पटल पर उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि विधायक और मंत्री आंदोलन के कारण छात्रावास में रुके हुए हैं। हर किसी को विरोध करने का अधिकार है। लेकिन, हर चीज को पंगु बना देने वाले किसी भी आंदोलन का समर्थन नहीं किया जा सकता। मैं प्रशासन से मामले को देखने के लिए कह रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि एमएलए हॉस्टल के सामने विरोध-प्रदर्शन के पीछे कोई उकसावा हो सकता है। ऐसी चीजों को किसी भी कीमत पर प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए।

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