जादवपुर रैगिंग: पुलिस की पूछताछ में टैक्सी चालक ने बताया

खून से सना था शरीर, तड़प रहा था छात्र

कोलकाता: जादवपुर यूनिवर्सिटी के प्रथम वर्ष के छात्र की मौत की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, तरह-तरह की जानकारियां सामने आ रही हैं। जादवपुर रैगिंग कांड में पुलिस ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उस ड्राइवर से पूछताछ की, जिसकी टैक्सी से मृत छात्र को घायल हालत में विश्वविद्यालय परिसर से अस्पताल ले जाया गया था।

पुलिस पूछताछ में टैक्सी ड्राइवर ने गंभीर रूप से घायल छात्र की दर्दनाक हालत का बयान करते हुए कहा कि छात्र खून से लथपथ था और तौलिया पहने हुए था और वह दर्द से तड़प रहा था। उसने उस दिन की घटना के बारे में बताया कि वह उस रात को जादवपुर विश्वविद्यालय के गेट पर टैक्सी पार्क किए हुए था। रात को अचानक करीब 10 से 15 छात्र आये और उसे जल्दी से बुलाया। उनकी आवाज सुनकर वह टैक्सी लेकर भागा-भागा आया। उसने कहा कि उस समय रात करीब 10 बजे थे। जब लड़के को मेरी कार में चढ़ाया गया तो वह तौलिया पहने हुआ था। उसके चेहरे पर खून लगा हुआ था। लड़के को कार के पीछे बैठाया गया। कार में उनके अलावा तीन-चार लोग और भी थे।

उसने यह भी बताया कि जब लड़के को कार में बैठाया गया तो उस जगह पर कई लोग थे। उनकी कार के पीछे कई छात्र चल रहे थे। कार के पीछे कुछ लोग दौड़ भी रहे थे। वह उसी हालत में घायल छात्र को लेकर अस्पताल पहुंचा था। अब ऐसे में टैक्सी चालक का बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उसने दावा किया कि कुछ लोग एक लड़के को मेरी टैक्सी तक ले गए। मैंने उन्हें अस्पताल छोड़ दिया और किराया लेकर वहां से चला गया।

पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि अगर टैक्सी ड्राइवर का दावा सही है तो घटना के एक से अधिक चश्मदीद होने पर यह प्रभावी होगा। हॉस्टल के छात्रों और उस दिन मौके पर मौजूद अन्य लोगों में से टैक्सी ड्राइवर एकमात्र बाहरी व्यक्ति था। एंटाली इलाके के टैक्सी चालक को जादवपुर पुलिस स्टेशन ले जाया गया। वहां पूछताछ के बाद कथित तौर पर उसे छोड़ दिया गया। एंटाली पुलिस स्टेशन के पास कैनाल रोड पर खड़ी टैक्सी की फोरेंसिक जांच भी होगी। पहले हॉस्टल सुपर का कुक और अब टैक्सी ड्राइवर से पूछताछ के बाद छात्र की मौत के पहले की कहानी सामने आई है। पुलिस का कहना है कि इस बयान से उन्हें पूरे मामले की जांच में मदद मिलेगी।

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