तपा रहा अप्रैल-मई का महीना, इंसान ही नहीं जानवरों का भी हाल बेहाल

रांची : देश के तमाम राज्यों में इस समय भयंकर गर्मी पड़ रही है. आलम ये है कि इस साल अप्रैल मई के महीने में गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. भीषण गर्मी के साथ ही हीट वेव ने भी लोगों का जीना बेहाल किया हुआ है. इंसान तो क्या जानवर भी गर्मी के प्रकोप से परेशान हैं. बता दे की गर्मी ने जानवरों, पशु-पक्षियों का भी बुरा हाल कर दिया है. खुद को गर्मी से बचाने के लिए बेजुबान जानवर पानी की तलाश करते नजर आते हैं. जेठ माह की उमस भरी गर्मी ने आम जनजीवन को बेहाल कर दिया है. गर्मी से बचने के लिए झारखण्ड के ओरमांझी में भगवान बिरसा जैविक उद्यान के बाघ हाथी और अन्य जानवर पानी और छाया में रहकर दिन काट रहे हैं. वहीं सिटी का पारा चढ़ता ही जा रहा है. भीषण गर्मी से एक ओर जहां रांची के लोगों की हालत खराब है. वहीं बिरसा जू के जानवर भी परेशान हैं.

 

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इंसान ही नहीं जानवरों का भी हाल बेहाल

बिरसा जू के डॉ ओपी साहू ने बताया कि.. बाघ हर दो घंटे पर 25 मिनट पानी में रह रहा है. उन्होंने बताया कि हाथी दिन में तीन बार पानी में जाता है. वह लगभग 20 से 30 मिनट पानी में रहता है. वहीं अन्य जानवर भी गर्मी से बचने के लिए नर्सरी में बनाए गए कॉटेज में बैठकर दिन काट रहे हैं. बीते गुरुवार को भी जू की बाघिन अनुष्का और ताप्ती अपने केज की छोटी नर्सरी में पानी पीने के लिए बनाए गए हौदा में बैठकर गर्मी का मजा ले रही हैं. हाथी छोटा सम्राट और हथिनी लखीरानी नहाने के लिए बनाए गए छोटे तालाब में दोपहर में नहा रहे हैं. गर्मी से राहत देने के लिए हाथी को सुबह-शाम पाइप से नहलाया जा रहा है. हिरण समेत अन्य शाकाहारी पशु दिन भर पेड़ की छांव में पड़े रहते हैं. बीच-बीच में भोजन-पानी के लिए टहलते हैं. ज्ञात हो कि गर्मी के महीने में कूलर और पंखे से गर्म हवा निकल रही है. दिन के 10 बजे सड़क पर आवाजाही कम हो जा रही है. इक्का-दुक्का लोग ही जरूरत पड़ने पर निकल रहे हैं.