जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ज़्यादा खिलेगा : पीएम मोदी

विपक्ष लगाता रहा नारा, पीएम देते रहे भाषण

नई दिल्ली : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बुधवार को लोकसभा में जवाब देने के बाद आज यानी गुरूवार को प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में भी विपक्ष को जवाब दिया । इस दौरान प्रधानमंत्री ने कई मुद्दों पर विपक्ष को घेरा। तानाशाही के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि ‘इतिहास उठा कर देख लिजिए कि वे कौन सी पार्टी थी जिन्होंने आर्टिकल 356 का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया। 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया। एक प्रधानमंत्री ने आर्टिकल 356 का 50 बार उपयोग किया, उनका नाम है श्रीमती इंदिरा गांधी’।

गिनाए काम
इसके अलावा पीएम मोदी ने अपनी सरकार के काम को गिनाते हुए कहा ‘कांग्रेस की राजनीति, अर्थ नीति और समाज नीति वोटबैंक के आधार पर ही चलती थी, लेकिन हमने रेहड़ी-ठेले पटरी वालों की चिंता की। PM स्वनिधि और PM विकास योजना के जरिए हमने समाज के एक बड़े वर्ग का सामर्थ्य बढ़ाने का काम किया है। 110 ऐसे आकांक्षी जिले जहां बहुल संख्या आदिवासी की है उन्हें योजनाओं का सीधा लाभ मिला है। यहां के शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया गया। बजट में शेड्यूल ट्राइब कंपोनेंट फंड के तहत 2014 के पहले की तुलना में 5 गुना अधिक वृद्धि हुई है।

हमने सैचुरेशन का रास्ता चुना अर्थात शत प्रतिशत लाभार्थी को लाभ पहुंचे। सरकार इस राह पर काम कर रही है। सैचुरेशन का मतलब होता भेदभाव की सारी गुंजाइश खत्म करना। यह तुष्टीकरण की आशंकाओं को खत्म कर देता है।

हमारी प्राथमिकता हमारे देश के नागरिक थे इसलिए हमने 25 करोड़ से ज़्यादा परिवारों तक गैस कनेक्शन पहुंचाया। इसमें हमें नए इंफ्रास्ट्रक्चर और धन खर्च करना पड़ा। 18,000 से ज़्यादा गांव ऐसे थे जहां बिजली नहीं पहुंची थी। समयसीमा के साथ हमने 18,000 गांव में बिजली पहुंचाई।

पीएम ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि ‘कांग्रेस को बार-बार देश नकार रही है। लेकिन कांग्रेस और उसके साथी अपनी साजिशों से बाज़ नहीं आ रही है लेकिन जनता इसे देख रही है और उनको हर मौके पर सज़ा भी दे रही है’।

खड़गे पर किया पलटवार
वहीं बुधवार को राज्यसभा में खड़गे ने आरोप लगाया था कि पीएम मोदी ने मेरे लोकसभा क्षेत्र में दो बार प्रचार किया है। इस पर पीएम ने जवाब देते हुए कहा कि ‘कल खड़गे जी शिकायत कर रहे थे कि मोदी जी बार-बार मेरे चुनावी क्षेत्र में आते हैं। इसे देखकर उनकी(मल्लिकार्जुन खड़गे) पीड़ा मैं समझ सकता हूं। आप दलित की बात करते हैं यह भी देखें कि उसी जगह दलित को चुनाव में जीत भी मिली। अब आपको जनता ही नकार दे रही है तो आप उसका रोना यहां रो रहे हैं।


आपने मेरा जाना तो देखा लेकिन आप यह भी देखें कि वहां 1 करोड़ 70 लाख जनधन बैंक अकाउंट खुले हैं। सिर्फ कलबुर्गी में ही 8 लाख से ज़्यादा जनधन खाते खुले हैं’।

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