झारखंड ग्रामीण बैंक का यह एक गड़बड़ झाला

साहेबगंज/उधवा:- झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक शाखा उधवा में वर्ष 2017 में मो शाबान के नाम से केसीसी ऋण स्वीकृत किया गया। जिसमें 40 हजार रुपए का निकासी भी किया गया। जबकि लाभुक को इसकी कोई जानकारी नहीं है। वर्षों गुजर जाने के बाद जब सिविल ख़राब देखा गया तो मामले की जांच-पड़ताल करना शुरू हुआ। जिससे पता चला कि जेएमएम युवा नेता मो शाबान के नाम से केसीसी लोन के मामले में फर्जीवाड़ा हुआ है। इस पर मो शाबान ने पत्रकारों को बताया कि पिछले कुछ दिनों से सिविल ख़राब होने पर जांच पड़ताल शुरू किया है। जिसको लेकर भारतीय स्टेट बैंक राजमहल शाखा में चेक भी करवाया। परंतु राजमहल बैंक मैनेजर ने जांच पड़ताल के बाद कहा कि यहां कोई दिक्कत नहीं है। जिसके बाद किसी ने बताया कि मोबाइल में पैसा बाजार ऐप डाउनलोड करके जांच कीजिए। वैसा करने पर पता चला कि ग्रामीण बैंक से केसीसी लोन लिया हुआ है। जबकि उसने कभी लोन लिया ही नहीं है। हालांकि 2015 में एक बार केसीसी ऋण के लिए आवेदन प्रखंड कार्यालय उधवा में किया था। उन्होंने बताया की ग्रामीण बैंक में मेरा कोई खाता नहीं रहने के कारण कभी ग्रामीण बैंक नहीं गया। इस पर पीड़ित ने शाखा प्रबंधक को आवेदन देकर फर्जीवाड़ा करने वाले व्यक्ति एवं उसमें संलिप्त बैंक कर्मी तथा बिचौलिया पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

 

क्या कहते झामुमो जिलाध्यक्ष

इस संबंध में झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के जिलाध्यक्ष शाहजहां अंसारी ने कहा कि बैंक मैनेजर बिचौलिया द्वारा फर्जीवाड़ा काम को जिस तरीके से अंज़ाम दे रहा है। इसकी कड़ी से कड़ी निन्दा करते है। लाभुक को जानकारी के बग़ैर ही उनके नाम से लोन स्वीकृत हो जाता है। अचानक रिकोभ्ररी के समय पता चलता है। यह एक गड़बड़ी बात है। शाखा प्रबंधक को बिचौलिया का चिंहित करने की जरूरत है। इस तरह के काम करने पर शाखा प्रबंधक एवं बिचौलिया सभी पर कार्रवाई होना चाहिए।

 

क्या कहते जदयू पार्टी के जिलाध्यक्ष

इस मामले में जनता दल यूनाइटेड पार्टी के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंहा ने कहा कि उधवा एक ग्रामीण इलाका है। इस क्षेत्र में किसान मजदूर एवं मध्यम वर्ग के लोग रहते हैं। आएं दिन ग्रामीण बैंक का शिकायत आते रहते हैं। ग्रामीण बैंक के कर्मी बिचौलिया के साथ तालमेल कर जिस तरह से वर्तमान में फर्जीवाड़ा के काम को अंज़ाम दे रहा है। यह एक तरह का निंदनीय अपराध है। इस पर सरकार को एवं बैंक विभाग को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। जेएमएम युवा नेता के साथ जो घटना घटा इसकी हम कड़ी निन्दा करते हैं। जिला अध्यक्ष होने के नाते यह कह रहे है कि अगर ग्रामीण बैंक का रवैया ऐसा ही चलता रहा एवं उक्त मामले में कड़ी कार्रवाई नहीं किया तो हम आंदोलन करने में बाध्य हो जाएंगे।

 

क्या कहते भाजपा जिलाध्यक्ष

इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रामदरश ने कहा कि यह जांच की विषय है। इस पर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। वहीं बिचौलिया के संबंध में बताया कि किसी भी विभाग बाकी नहीं है जहां बिचौलिया हावी न हो। परंतु बिचौलिया का हम विरोध करते हैं।

 

क्या कहते आर जे डी जिलाध्यक्ष

इस मामले में राष्ट्रीय जनता दल का साहेबगंज जिलाध्यक्ष सत्य नारायण यादव ने कहा कि जेएमएम युवा नेता के साथ जो फर्जीवाड़ा हुआ है। इस मामले को लेकर ग्रामीण शाखा प्रबंधक सुधांशु शेखर से दूरभाष के माध्यम से वार्तालाप हुआ है जिसमें हमने साफ साफ कहा है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच पड़ताल किया जाय। इस पर बैंक मैनेजर भी जांच का आश्वासन दिया है। अगर नहीं करता है तो आगे ऊपर तक बात पहूंचाऐंगे।

 

क्या कहते कांग्रेस जिलाध्यक्ष

इस मामले में कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष बरकातुल्ला ख़ान ने कहा कि उधवा ग्रामीण बैंक का शिकायत पहले भी कई व्यक्ति मुझे किया है। वहां पर लोगों के साथ बैंक कर्मी व्यवहार ठीक नहीं करता है। जबकि बैंक में सभी के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। अगर इस तरह की घटना घटा है तो यह काफ़ी निंदनीय है। एक तो बैंक में इस तरह की घटना नहीं घटना चाहिए। अगर घटा है तो कर्मियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। आगे बताया कि बैंक विश्वासनीय होता है तभी तो लोग उसमें रुपए जमा रखते हैं। लोग आंखमुंद कर राशि जमा रखते हैं, लोन लेते है। अगर वहीं पर धोखाधड़ी शुरू हो जाए तो और कौस सा जगह बचता है। धोखाधड़ी करने वाले पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।

 

क्या कहते ए आई एम आई एम जिलाध्यक्ष

इस मामले में आंल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के साहेबगंज जिला संयोजक मो मोजम्मील ने कहा कि आएं दिन ग्रामीण बैंक शाखा उधवा के जो मामला उजागर हो रहा है।यह काफ़ी निंदनीय है। लगातार एक के बाद एक मामला का उजागर होना वर्षों से शाखा प्रबंधक और बिचौलिया के मिलीभगत का परिणाम है। इससे पता चलता है कि शाखा में पहले से बिचौलिया हावी है। इस मामले में जांच पड़ताल होनी चाहिए। साथ ही बिचौलिया को चिंहित कर उन पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।

 

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