झारखंड में इस तरह से मनाया गया बकरीद…

जमशेदपुर : विश्व और देशभर में आज बकरीद का पर्व मनाया जा रहा है राजधानी रांची समेत राज्य के सभी जिलों में भी बकरीद धूमधाम से मनाया जा रहा है. बता दे कि ईद उल अजहा की नमाज अदा कर ली गई है। तमाम नेताओं ने भी अपने मुस्लिम भाइयों को बकरीद की मुबारक दी। कई जगहों पर बारिश की वजह से नमाज मस्जिदों में अदा की गई तो कुछ जगहों पर मस्जिद के बाहर भी नमाज अदा की गई। बकरीद को देखते हुए पुलिस भी बेहद सतर्क है। वही राजधानी रांची में भी ईद उल अजहा को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। हालांकि 3 दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से उत्साह में थोड़ी खलल जरूर पड़ी। इधर , जमशेदपुर शहर समेत पूरे पूर्वी सिंहभूम जिले में बकरीद का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शहर की तमाम मस्जिदों में सुबह 6.30 बजे से ही बकरीद की नमाज पढ़ी गई।

 

ये भी पढ़ें :  राजधानी रांची में ईद उल अजहा की नमाज शांतिपूर्वक हुई संपन्न

 

साकची के जामा मस्जिद से लेकर मानगो, धतकीडीह, कदमा, सोनारी, गोलमुरी, जुगसलाई, परसुडीह, टेल्को आदि में काफी संख्या में अकीदतमंद मस्जिदों में जुटे और देश-दुनिया की खुशहाली के लिए दुआ मांगी। नमाज के बाद सभी एक-दूसरे के गले मिले। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, कहा जाता है कि पैगंबर हजरत इब्राहिम से ही कुर्बानी देने की प्रथा शुरू हुई थी। कहते हैं कि अल्लाह ने एक बार पैगंबर इब्राहिम से कहा था कि वह अपने प्यार और विश्वास को साबित करने के लिए सबसे प्यारी चीज का त्याग करें और इसलिए पैगंबर इब्राहिम ने अपने इकलौते बेटे की कुर्बानी देने का फैसला किया था। कहते हैं कि जब पैगंबर इब्राहिम अपने बेटे को मारने वाले थे। तभी अल्लाह ने अपने दूत को भेजकर बेटे को एक बकरे से बदल दिया था। तभी से बकरीद अल्लाह में पैगंबर इब्राहिम के विश्वास को याद करने के लिए मनाई जाती है।