अज्ञात अपराधियों ने धारदार वस्तु से मंदिर के पुजारी का गला रेत..कर दी हत्या

देवघर : अघोर योगेंद्र यादव, जिन्हें 55 वर्षीय जोगी महतो के नाम से भी जाना जाता है, की हत्या कर दी गई। उन्होंने देवघर-गोड्डा मुख्य मार्ग पर रामजोरिया पुल के करीब बने श्मशान घाट के काली मंदिर में रहते हुए और पूजा करते हुए वर्षों बिताए थे। अज्ञात अपराधियों ने मंगलवार रात धारदार वस्तु से अघोर का गला रेत दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही मोहनपुर थाना प्रभारी को इसकी सूचना मिली।

 

पुलिसकर्मियों की एक टीम मौके पर पहुंची। 

सूचना मिलते ही टीम और पुलिस मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद मृतक पुजारी के शव को बाहर निकाला और पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। आसपास के अन्य गांवों से घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण शव देखने पहुंचे। पीसीआर वैन पुलिस अधिकारी ने बताया कि रामजोरिया के पास जब पुलिस गश्त पर गई तो मंदिर में अंधेरा और सुनसान था। इसके बाद दिन भर लाइट जलती रही।

 

मंदिर के भीतर ही पुजारी का शव पड़ा था।

गश्ती दल को शक हुआ। ड्राइवर ने जोगी बाबा को कॉल की। कोई आवाज नहीं होने पर पुलिसकर्मी लाइट चालू करने के लिए मंदिर गए। लाइट चालू करते ही बगल में पुजारी का शव पड़ा मिला। मंदिर का मैदान खून से लथपथ था। पुजारी के गले में रेता गया था। गश्ती दल ने थाना प्रभारी को सूचना दी। रात करीब नौ बजे सूचना के आधार पर एसडीपीओ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। बाद में शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। थानाध्यक्ष के अनुसार मामले की जांच की जा रही है।

 

हत्याकांड का सुराग अभी नहीं मिला है।

श्मशान घाट काली मंदिर के आसपास के इलाके की तलाशी ली गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला। जांच जल्द शुरू होगी। हम आपको बस इतना बताएंगे कि पुजारी और ग्रामीणों के बीच कुछ समय से अनबन चल रही थी। पुजारी मोहनपुर थाने के पास डुमरिया गांव मोहल्ले में रहता था।

 

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