संदेशखाली पहुंचे राज्यपाल को महिलाओं ने सुनाई अपनी व्यथा

हमें बचा लीजिए महामहिम

कोलकाता, सूत्रकार : उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में जारी आम लोगों के विरोध प्रदर्शन और टीएमसी नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी नहीं होने से बंगाल की सियासत में उथल-पुथल मचा हुआ है।

संदेशखाली में हिंसक प्रर्दशन और आगजनी की घटना घटी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सोमवार को राज्यपाल सीवी आनंद बोस संदेशखाली की जनता की हालचाल पूछने पहुंचे। राज्यपाल को अपने सामने पाकर महिलाओं ने गुहार लगाई कि महामहिम हमें बचाइए। इधर संदेशखाली में धारा 144 लागू होने के बावजूद पुलिस अधिकारियों से मिलने के लिए रवाना हुए नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के काफिले को पुलिस ने रोक दिया। वहीं संदेशखाली थाना पुलिस को बशीरहाट जिला महकमा कोर्ट से जमकर फटकार मिली। कोर्ट ने कहा कि यह अदालत है संदेशखाली नहीं। इसी कड़ी में सोमवार को ही पश्चिम बंगाल महिला आयोग की एक टीम ने सोमवार की सुबह संदेशखाली में तनावग्रस्त इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। आयोग ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी है।

राज्यपाल सीवी आनंद बोस सोमवार की सुबह केरल से कोलकाता पहुंचे और सीधे नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली के लिए रवाना हो गए, जहां स्थानीय महिलाएं पिछले चार दिनों से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं द्वारा कथित उत्पीड़न और अत्याचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।

राज्यपाल ने पहले ही राज्य सरकार से संदेशखाली की स्थिति पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी है। बोस ने हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद कहा कि जब मैंने संदेशखाली की चौंकाने वाली घटनाओं के बारे में सुना तो मैंने केरल की अपनी यात्रा संक्षिप्त कर दी। मैं संदेशखाली जा रहा हूं और खुद देखना चाहता हूं कि संदेशखाली की गलियों से वास्तविक संदेश क्या है। जब वे संदेशखाली पहुंचे तो वहां पर कुछ महिलाओं ने उनके सामने हाथ जोड़े तो किसी ने उनके पैर पकड़कर कहा कि हमें बचा लीजिए महामहिम।

इस पर राज्यपाल ने कहा कि मैं वादा करता हूं, इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मेरे पास जो भी शक्ति है, उससे मैं कार्रवाई करूंगा। महिलओं की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। उधर पुलिस ने बताया कि राज्यपाल के संदेशखाली दौरे को लेकर सुरक्षा के सभी इंतजाम किये गये हैं। पूरा क्षेत्र शांतिपूर्ण है, किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। बता दें कि राज्यपाल को देखते ही स्थानीय महिलाओं ने शेख शाहजहां और शिव प्रसाद हाजरा को शीघ्र गिरफ्तार किये जाने की मांग की। उनका कहना था कि अगर शेख शाहजहां को गिरफ्तार नहीं किया गया तो आने वाले भविष्य में यातना का स्तर और बढ़ जाएगा।

रास्ते में महिलाओं ने दिखाए प्ले कार्ड

राज्यपाल केरल से कोलकाता लौटने के बाद संदेशखाली के लिए रवाना हुए तो इस दौरान रास्ते में उन्हें 100 दिन के काम का बकाये की मांग को लेकर महिलाओं के प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। सड़क के दोनों ओर प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं की मांग थी कि राज्यपाल सबसे पहले 100 दिन के बकाया वेतन की व्यवस्था करें। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, प्रदर्शनकारी राज्यपाल के काफिले के सामने पहुंच गयीं, जिसके कारण बोस का काफिला रुक गया। राज्यपाल गाड़ी से उतरे और महिलओं का आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा।

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