काशी और तमिल के सहस्त्राब्दियों पुराना संबंध फिर से नवजीवन पा रहा : CM योगी

तमिल भाषा का साहित्य अत्यंत प्राचीन और समृद्ध है

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वाराणसीः काशी तमिल संगमम में अतिथियों का स्‍वागत करते हुए सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में ‘काशी-तमिल संगमम’ का आयोजन किया जा रहा है। इससे दक्षिण का उत्तर से अद्भुत संगम हो रहा है। सहस्त्राब्दियों पुराना संबंध फिर से नवजीवन पा रहा है।

तमिल भाषा का साहित्य अत्यंत प्राचीन और समृद्ध है। यह मान्यता है कि भगवान शिव के मुंह से जो दो भाषाएं निकलीं उनमें तमिल और संस्कृत समान रूप से एक साथ निकलकर अपने समृद्ध साहित्य के लिए जानी जाती है।

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मुख्यमंत्री योगी ने वणक्कम (नमस्ते) किया। कहा कि विश्वेश्वर की पवित्र धरा पर रामेश्वर की पवित्र धरा से पधारे अतिथियों का स्वागत है। काशी में तमिल कार्तिक मास की अवधि में काशी तमिल संगमम का आयोजन किया जा रहा है। काशी में उत्तर दक्षिण का संगम हो रहा है। प्राचीन रिश्ता पुनर्जीवित किया जा रहा है।

योगी ने पीएम का स्वागत किया। कहा, यह आयोजन आजादी के अमृत काल में पीएम मोदी की एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को जीवंत कर रहा है।

काशी तमिल संगमम से तमिलनाडु से छात्र, शिक्षक, साहित्य, नवाचार, व्यवस्था, धर्माचार्य व संस्कृति आदि क्षेत्रों से समूह आएंगे। काशी के साथ ही प्रयाग व अयोध्या का भ्रमण करेंगे।