झारखंड में राजनीतिक पारा चढ़ा, राजधानी में सिमटी सरकार

रोड शो करते ईडी कार्यालय जायेंगे सीएम

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रांची: झारखंड में पिछले तीन दिनों से सर्द हवाओं के थपेड़े चल रहे हैं। लेकिन इसका असर सूबे के राजनीतिक तापमान पर नहीं दिख रहा है। हालांकि राजनीतिक पारा चरम पर है।
अगले कुछ महीनों तक यह पारा और चढ़ेगा ही। राजभवन और सरकार के बीच की तल्खी अब सबके सामने खुलकर आ गयी है।

मंगलवार को झारखंड स्थापना दिवस पर राज्यपाल का मुख्य समारोह का मंच शेयर नहीं करना, यह स्पष्ट करने के लिए काफी है कि अब सरकार और राजभवन खुलकर आमने सामने है।

इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए ईडी ने 17 नवंबर को क्षेत्रीय कार्यालय में बुलाया है। राज्य का राजनीतिक पारा चढ़ेगा, इसका संकेत मंगलवार को ही मिल गया था।

जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्थापना दिवस कार्यक्रम समाप्त होने के बाद झामुमो के विधायकों के साथ आनन-फानन में बैठक बुलाई। अपने विधायकों को राजधानी में ही रहने का निर्देश दिया।

इतना ही नहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम से बात कर कांग्रेस के भी सभी विधायकों को रांची बुलाने को कहा।

कांग्रेस के कई नेताओं जिसमें मंत्री आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक प्रदीप यादव, दीपिका पांडेय, अनूप सिंह सहित कई अन्य विधायकों व नेताओं को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जाना था। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने भी अपना दौरा रद्द कर दिया।

इस बीच जानकारी मिल रही है कि हिनू स्थित ईडी कार्यालय जाने के क्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शक्ति प्रदर्शन भी करेंगे।

बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन सीएम आवास से रोड शो करते हुए ईडी कार्यालय जायेंगे। पूरे प्रदेश से झामुमो के कार्यकर्ताओं को रांची बुलाया गया है। कार्यकर्ताओं का आना भी शुरू हो गया है।