रांची : सत्तारूढ़ पार्टी झामुमों के विधायक अपनी ही पार्टी के खिलाफ आग उगलनें में व्यस्त हैं। पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता लोबिन हेंब्रम राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नीतियों के विरुद्ध जनजागरण कर रहे थें। अब श्री हेंब्रम के साथ बिशुनपुर से विधायक चमरा लिंडा ने उस आग को हवा देना शुरू कर दिया है।
बीते गुरुवार को श्री लिंडा ने अपने ही सरकार को निशाना बना प्रभात तारा मैदान में आदिवासी अधिकार महारैली को संबोधित कर कहा की झारखंड में बस कहने के लिए आदिवासियों की सरकार है। लेकिन आज भी राज्य के आदिवासी हाशिये पर ही हैं। श्री लिंडा ने कहा की इस 3 साल के कार्यकाल में उन्होंने आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र व राज्य सरकार व उनके अधिकारी अंग्रेजो और भारतीय संविधान को छिपाने का काम करते रहें है। यह संवैधानिक अधिकार ही आदिवासियों की सुरक्षा कवच है। बता दे की इस महारैली में लोहरदगा, गुमला, खूंटी, तमाड़, बुंडू, चाईबासा, संताल परगना से आए आदिवासी समाज के लोग शामिल थे।