रांची : झामुमो ने पीएम नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा है । झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रीयो भट्टाचार्य ने पीएम पर सीधा आरोप लगाते कहा कि पीएम आदिवासियों को गुमराह कर अडानी को फायदा करने के लिए आदिवासी हित की बात कर रहे हैं। दिल्ली में आयोजित आदि महोत्सव में पीएम ने आदिवासियों की परंपरा और स्सकृति की बात की लेकिन इसके पीछे अडानी की फार्चुन कंपनी का प्रमोट करना है।
झामुमो ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी आदिवासी हितों की रक्षा करना ही चाहते हैं तो सबसे पहले सरना धर्म कोड लागू करना चाहिए, साथ ही 2006 के वन कानून को फिर से लागू करें । उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने आदि महोत्सव में सरना धर्म पर क्यों कुछ नहीं बोले…यह आदि धर्म मानने वाले और प्रकृति पूजक को व्यथित करता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 1 दिसंबर 2022 को पीएम को पत्र लिखा, जिसमें वन अधिकार कानून की जगह फॉरेस्ट कंजरवेशन रूल को लागू करने पर सवाल उठाये थे। सीएम ने पूछा था कि इसकी क्या जरूरत पड़ गई है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने ट्राइबल उत्पाद खरीदने की बात कहीं… क्योंकि व्यापार उनका मनपसंद विषय है। लेकिन अडाणी पर कुछ नहीं बोलें….जनजातीय दिवस मनाने में 22 साल क्यों लग गए?