कोलकाता: सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक रहे हैं। इनके प्रशंसक न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी है। दोनों ने अपने खेल से करोड़ों खेल प्रशंसक बनाए हैं। सौरव गांगुली और एमएस धोनी कुछ समय पहले एकसाथ नजर आएं, जहां दोनों के बीच काफी बातचीत हुई। इस दौरान गांगुली ने धोनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि ‘धोनी ने असल में अपने आस-पास के खिलाड़ियों की पीढ़ी को बदला। धोनी ने लोगों के सफल होने की सोच बदली कि यहां से वो सफल हो सकते हैं’।
धोनी का भारतीय क्रिकेट पर अच्छा प्रभाव
दरअसल, सौरव गांगुली सोमवार को एक इवेंट में हिस्सा लेने पहुंचे, जहां उन्होंने धोनी से मुलाकात और भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान के बारे में बातचीत की। इस दौरान सौरव गांगुली ने कहा कि ‘जब आप एमएस धोनी के बारे में बात करते हैं तो यह उस बारे में नहीं कि उन्होंने कितने मैच खेले, लेकिन भारतीय क्रिकेट पर उनका क्या प्रभाव रहा है। मैं कुछ दिन पहले मुंबई में उनसे मिला। हम दोनों शूटिंग कर रहे थे। वो चैंपियन हैं। भारतीय क्रिकेट के सर्वकालिक महान क्रिकेटरों में से एक। उन्होंने विश्व कप जीते।’
धोनी ने एक पीढ़ी की सोच बदली
इसके अलावा उन्होंने कहा कि धोनी रांची से आए हैं, जहां से बहुत मुश्किल से खिलाड़ी आगे बढ़ पाते हैं। मुझे मुझे गर्व है कि भारत के दो सबसे सफल कप्तान देश के उस हिस्से से आए, जहां लोगों को लगता है कि क्रिकेट अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर नहीं हैं। धोनी ने असल में अपने आस-पास के खिलाड़ियों की पीढ़ी को बदला। धोनी ने लोगों के सफल होने की सोच बदली कि यहां से वो सफल हो सकते हैं। इशान किशन को देखिए, वो किस तरह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहा है।’
गांगुली की कप्तानी में ही धोनी को मिला था मौका
आपको बताते चलें कि धोनी गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में होती है। उन्होंने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के सभी खिताब जीते हैं। चाहे वो टी-20 विश्व कप हो, एकदवसीय विश्व कप हो, चैंपियन ट्रॉफी हो या फिर एशिया कप। इसके अलावा वे आईपीएल के भी सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं। लेकिन उनको टीम में मौका सौरव गांगुली ने ही दिया था। शुरूआत में धोनी ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था लेकिन सौरव गांगुली उनके हुनर को पहचान गए थे और लगातार मौका देते रहे। और आज धोनी किसी पहचान के मोहताज नहीं है। वहीं सौरव गांगुली के कप्तान बनते हीं भारतीय क्रिकेट की पूरी रूप रेखा बदल गई थी।