बंगाल में हिंसा के बीच अब तक 10.26 फीसदी वोटिंग, BJP को याद आया 90 के दशक का बिहार

 राज्य मंत्री ने कहा केंद्र बल रही नाकामयाब

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इसी बीच पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में सुबह 9 बजे तक 22.60 प्रतिशत मतदान हुआ है। राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए सुबह 7 बजे से वोट डाले जा रहे हैं। गौरतलब है कि पंचयात के मतदान के बीच उत्तर 24 परगना जिले के पीरगाछा में एक निर्दलीय उम्मीदवार के बूथ एजेंट अब्दुल्ला की हत्या कर दी गई है। ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की और आरोप लगाया कि हत्या के पीछे टीएमसी उम्मीदवार मुन्ना बीबी के पति का हाथ है।

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में अब तक कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं की मौत हई है। कूचबिहार के तूफ़ानगंज में शुक्रवार देर रात टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी है। टीएमसी ने बीजेपी पर आरोप लगाया है। इसके बाद कूचबिहार में ही बीजेपी के कार्यकर्ता माधव विश्वास की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में टीएमसी समर्थक की हत्या की गई। वहीं मुर्शिदाबाद के खारग्राम में टीएमसी के कार्यकर्ता सबीरुद्दीन की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सबीरुद्दीन पर कांग्रेस के कार्यकर्ता की हत्या का आरोप भी था। नॉर्थ चौबीस परगना में निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थक की हत्या कर दी गई। सीपीएम कार्यकर्ता रेबिना बीबी को गोली लगने के बाद मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उनकी भी मौत हो गई। उत्तर बंगाल के दिनहाटा में कांग्रेस समर्थक को गोली लगी।

बंगाल में जारी कतल-ए-आम के बीच बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी में पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा पर टीएमसी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बंगाल में कुछ ऐसा ही हो रहा है जैसा 90 के दशक में बिहार में होता था। हमारे कार्यकर्ताओं की सरेआम हत्या की जा रही है। बंगाल की सरकार सीधे हिंसा कर रही है फिर भी बीजेपी के कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ डटे हुए हैं। मुझे लगता है कि चुनाव आयोग की बंगाल पर नजर है।

वहीं पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पांजा ने कहा कि “पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के शुरू होने से एक रात पहले चौंकाने वाली और दुखद घटनाएं सामने आई हैं। बीजेपी, सीपीआईएम और कांग्रेस ने एक साथ मिलकर केंद्रीय बलों की मांग की थी। तैनाती कहां है? केंद्रीय बल नागरिकों की सुरक्षा करने में क्यों विफल रहे हैं? टीएमसी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है, दो को गोली मार दी गई है जो लोग तैनाती की मांग कर रहे थे, कह रहे थे कि ये केंद्रीय बल शांति के रक्षक हैं – रक्षक विफल हो गए हैं, नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहे हैं।