गढवा की 10 आदिवासी लड़कियां कश्मीर में बनी बंधक

परिजनों ने छुड़ाने की लगाई गुहार

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गढवा : गढवा जिला के विभिन्न प्रखंडों के लड़कियों को सिलाई सेंटर में नौकरी दिलाने के बहाने गढवा से दिल्ली और दिल्ली से कश्मीर तक पहुंचा दिया और कश्मीर में सभी लड़कियों का मोबाइल लूट कर बंधक बना लिया गया है।

इस मामले में बंधक बनाई गई लड़कियों में से एक सरिता की मां और भाई दोनों ने गढवा एसपी को आवेदन देकर अपनी बेटी को छुड़ाने की गुहार लगाई है।

बताया जा रहा है कि जिले के भवनाथपुर थाना क्षेत्र के कोण मंडरा की रहने वाली शांती कुंवर की बेटी सरिता कुमारी पिछले एक वर्षो से सिलाई सीखने गढ़वा आयी।

सिलाई सीखने के दौरान ही सरिता को सिलाई सिखाने वाले लोग ज्यादा पैसे का लालच देकर उसे पहले दिल्ली ले गए। इस दौरान जिले की 9 अन्य लड़कियाँ भी सरिता के साथ दिल्ली गयी।

दिल्ली में कुछ दिनों तक उन सभी को रखा गया, उसके बाद सभी 10 लड़कियों को कश्मीर भेज दिया गया।

इस संबंध में सरिता के भाई विकालेश उरांव ने बताया कि मेरी बहन गढवा सिलाई सीखने आती थी लेकिन मुझे ये पता नही है कि कहाँ आती थी और कहाँ रहती थी। हमलोग पढ़े लिखे नही हैं।

हमलोग उतना नही जानते हैं लेकिन सरिता 5 दिसंबर को अपने जीजा सुरेंद्र उरांव के पास फोन की और बताने लगी मेरे साथ ऐसे ऐसे हो गया। हम गढवा सिलाई सीखने आते थे और वहाँ से दिल्ली लाया गया कुछ दिन के बाद हमलोगों को कश्मीर भेज दिया गया है।

मेरे साथ 9 लड़कियाँ है। सभी लोगों का मोबाइल छीन लिया गया है। मेरे पास छोटा सा फोन है। हम अपना फोन छुपा लिए है। हम बाथरूम में आकर आपसे बात कर रहे हैं हमको बचा लीजिए।

यहाँ कभी कुछ भी हो सकता है हमको बहुत डर लग रहा. ये सारी बाते अपने जीजा सुरेंद्र उरांव को बताई है। फिर दूसरा फोन 10 दिसंबर को बड़ी बहन के पास की उनसे भी यही बोला गया कि मुझे पता नही है कि हम कहाँ है मुझे बचा लीजिए बहुत डर लग रहा है।

इतना ही नही गढवा जिला के विभिन्न प्रखंडों के लड़कियों को सिलाई सेंटर में नौकरी दिलाने के बहाने गढवा से दिल्ली और दिल्ली से कश्मीर तक पहुंचा दिया और कश्मीर में सभी लड़कियों का मोबाइल लूट कर बंधक बनाया है।

जानकारी के अनुसार सरिता कुमारी ने अपने परिजनों को दो बार कॉल की उसके बाद उनका फोन बंद बता रहा है. सरिता की माँ और भाई गढवा एसपी को आवेदन देकर अपनी बेटी का जान बचाने की गुहार लगाई है।

 

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