दिन 120 और खर्च करना है 38 हजार करोड़

अधिकारी पेशो-पेश में

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रांची: झारखंड की हेमंत सरकार का विकास के लिए दावा भले बड़ा-बड़ा है, लेकिन काम काज फीसड्डी ही दिखाई दे रहा है। साल 2022-23 में केंद्र और राज्य सरकार का बनाया गया खर्च का बजट 59464 है, जिसमें राज्य सरकार ने अब तक मात्र 20723 करोड़ की राशि खर्च कर पाई है।जबकि बजट का साल खत्म होने में मात्र चार माह बाकी है।

गणित के आंकड़ों को देखें तो मात्र एक सौ बीस दिन में हेमंत सरकार को लगभग 48 हजार करोड़ रुपये खर्च करना है। बीते आठ माह में मात्र 35 फीसदी रकम ही हेमंत सरकार खर्च कर पाई है।

इस पर चुटकी लेते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास कहते हैं झामुमो के बबुआ को समझ ही नहीं है कि राज्य का विकास कैसे हो, खर्च कैसे करें, यह तो सिर्फ लूट की योजना बनाने में व्यस्त हैं। झामुमो के वरिष्ठ नेताओं को धकिया कर मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल कर लिए हैं।

इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बैठक कर बचे पैसों को खर्च करने का दिशा-निर्देश जारी किया है। लेकिन राज्य के अधिकारी पेशो – पेश में हैं कि इतनी बड़ी रकम इतने कम समय में कैसे खर्च किया जाय।

 

 

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