सिलदा माओवादी हमले में 23 अभियुक्त दोषी करार

2010 के हमले में 24 ईएफआर जवान की हुई थी मौत

53

मिदनापुर, सूत्रकार : मिदनापुर के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सलीम शाही ने 15 फरवरी, 2010 को सिलदा ईएफआर शिविर पर हुए हमले के मामले में 23 अभियुक्तों को दोषी ठहराया है। मंगलवार को जमानत पर रिहा हुए नौ लोगों समेत कुल 22 लोगों को अदालत में पेश किया गया।

एक आरोपी को बीमार होने के कारण अदालत के बाहर एम्बुलेंस में रखा गया। माओवादी नेता सुदीप चोंगदर यानी कंचन सिलदा में सशस्त्र बल शिविर पर माओवादी हमले के आरोपियों में से एक था। लेकिन वर्तमान में उसकी मौत हो गयी है। सरकारी वकील देबाशीष माइती ने कहा कि उस घटना में 24 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया था।

उनमें से एक की मौत हो गई और नौ जमानत पर थे। लेकिन मंगलवार को जब 23 अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया गया तो जज ने सभी को दोषी ठहराया। उन्होंने जमानत पर चल रहे नौ लोगों को हिरासत में लेने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि कोर्ट दो दिनों तक दोषियों का बयान सुनेगा और उसके बाद सजा का ऐलान किया जाएगा। यह मामला सबसे पहले झाड़ग्राम कोर्ट में शुरू हुआ था। बाद में मामले की सुनवाई पश्चिम मेदिनीपुर कोर्ट में शुरू हुई।

गौरतलब है कि 15 फरवरी 2010 को सिलदा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में ईएफआर कैंप पर माओवादी हमला हुआ था। इस हमले में 24 ईएफआर जवान मारे गए थे। जवानों के जवाबी प्रतिरोध में 5 नक्सली भी मारे गये थे।

इस घटना के तुरंत बाद ईएफआर शिविर को छोड़ दिया गया। उस शिविर के पास सिलदा में राज्य पुलिस स्ट्रैको शिविर की स्थापना की गई थी। 15 फरवरी की शाम हथियारबंद माओवादियों ने कैंप पर हमला कर दिया था। जवानों को गोली मार दी गई और आग लगा दी गई। लूटपाट ईएफआर के शस्त्रागार में हुई थी।

उस समय पुलिस ने बताया था कि हमला करीब साढ़े पांच बजे शाम को हुआ था। नौ जवानों की जलकर मौत हो गई, जबकि अन्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिलाधिकारी एनएस निगम ने कहा था कि 25 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आये अत्याधुनिक हथियारों से लैस करीब 50 माओवादियों ने शिविर पर हमला कर दिया था।

उस समय के पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) एस पुराकायस्थ ने बताया था कि हमले के समय शिविर में ईएफआर के 51 जवान और अधिकारी मौजूद थे। माओवादियों ने शिविर की ओर जाने वाली पूरी सड़क पर बारूदी सुरंगें बिछा दी थी। माओवादी नेता किशनजी ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।