राज्य में पहली बार शुरू होगी मवेशियों के लिए 24 घंटे एंबुलेंस सेवा

सांसद मेनका गांधी एंबुलेंस सेवा का वर्चुअली करेंगी उद्घाटन करेंगी

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कोलकाताः राज्य में दूर-दराज के इलाकों से आम मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए बाइक एंबुलेंस की शुरुआत की गई है। अब इंसानों की तरह जानवरों का इलाज करने के लिए बाइक एंबुलेंस शुरू की जाएगी।

यह सेवा पद्मश्री करीमुल हक के दिखाए गए  रास्ते से शुरु किया जाएगा। राज्य के फलकत्ता में पहली बार पशुओं के इलाज के लिए बाइक एम्बुलेंस शुरू की जाएगी।

यह सेवा पीपुल फॉर एनिमल्स की फलाकाटा इकाई की ओर से की जाएगी। इस अत्याधुनिक एंबुलेंस को फालाकाटा प्रखंड प्रशासन, नगरपालिका और शहर के कई अन्य क्लब पशु प्रेमियों की आर्थिक मदद से लांच किया जाएगा।  पीपुल फार एनिमल की संस्थापिका और सांसद मेनका गांधी अगले रविवार को इस एंबुलेंस सेवा का वर्चुअली उद्घाटन करेंगी।

यह एम्बुलेंस क्या है?

पीपुल फॉर एनिमल्स की फालाकाटा इकाई ने जानकारी दी है कि आम लोगों के प्राथमिक उपचार के लिए जो भी एंबुलेंस में उपलब्ध है वह यहां भी उपलब्ध है।

बाइक में एक बड़ा सा बॉक्स लगा हुआ है। बॉक्स मोटी एल्यूमीनियम और धातु की चादर से बना है। बॉक्स में पहिए लगाए गए हैं। बॉक्स को लोहे की चादरों से बाइक से जोड़ा गया है। बॉक्स के अंदर स्टेंटर, बेल्ट, सेलाइन सिस्टम होता है।

ऑक्सीजन सिस्टम भी है। साथ ही सड़क पर रहने वाले पशुओं के प्राथमिक उपचार के लिए सभी दवाएं। अंदर कम से कम दो जानवरों के लिए आवास भी है। एक ही बॉक्स में जानवरों के अलावा पक्षियों के बचाव और इलाज की भी सुविधा है।

पीएफए ​​की फालाकाटा इकाई के अध्यक्ष सुभदीप नाग ने कहा कि वे लंबे समय से घूमंतु पशुओं और पक्षियों के साथ काम कर रहे हैं, लेकिन घायल और बीमार पशुओं को चिकित्सा सेवा प्रदान करते समय मुझे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

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लेकिन पद्मश्री करीमुल हक की एंबुलेंस को देखकर मैंने आवारा पशुओं के लिए ऐसी एंबुलेंस शुरू करने का सोचा। एक साल से फलकट्टा प्रखंड प्रशासन, नगरपालिका और कई लोगों की मदद से आखिरकार हम एंबुलेंस बनाने में कामयाब हो गए हैं। हम पशु-पक्षियों की 24 घंटे नर्सिंग सेवा बिल्कुल मुफ्त करेंगे।

फलकटा बीडीओ सुप्रतीक मजूमदार ने कहा कि पीएफए ​​की फलकाटा इकाई पशु और पक्षियों के साथ अच्छा काम कर रही है। इसलिए जब वे बाइक एम्बुलेंस की बात करते हैं तो हम आर्थिक रूप से मदद करने के लिए सहमत होते हैं।

संभवत: राज्य में जानवरों के इलाज के लिए पहली बाइक एम्बुलेंस फलकट्टा में शुरू की जा रही है। ब्लॉक प्रशासन आने वाले दिनों में भी उनके साथ खड़ा रहेगा। पीएफए ​​की फालाकाटा इकाई के मुताबिक बाइक एंबुलेंस पर करीब डेढ़ लाख रुपए खर्च हुए हैं।

एंबुलेंस चालू करने के लिए करीब 50 हजार रुपए में एक पुरानी बाइक खरीदी गई। साथ ही बाइक के साथ लगे बॉक्स को बनाने से लेकर एंबुलेंस के अंदर मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने पर बाकी पैसे खर्च किए गए हैं। इस पैसे का योगदान फलकटा प्रखंड प्रशासन, नगरपालिका औऱ कुछ क्लबों और पशु प्रेमियों ने किया है।

बाइक एंबुलेंस को सफेद रंग से रंगा गया है। एंबुलेंस पर लाल रंग से लिखा हुआ है। हूटर लगा दिया। साथ ही बॉक्स पर तरह-तरह की लाइटें लगाई गई हैं, ताकि रात में चलने में दिक्कत न हो। सड़कों पर बाइक एंबुलेंस चलाने के लिए आरटीओ, जिला प्रशासन, ब्लॉक समेत कई जगहों से अनुमति भी ली जाती है।

यहां तक ​​कि संगठन के सदस्यों रोहन रॉय, देवाशीष तालुकदार, राहुल साहा, सौरिक सरकार को एंबुलेंस चलाने की ट्रेनिंग भी दे रहे हैं। संस्था के सदस्य रोहन रॉय ने कहा कि हम घुमंतू कुत्तों, गायों, बिल्लियों और बीमार पक्षियों का प्राथमिक उपचार करेंगे।

इसके लिए हमने कुछ हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किए हैं। अगर कोई बीमार पशु और पक्षियों को बुलाकर सूचना देगा तो हम जाकर उनका इलाज करेंगे। जरूरत पड़ने पर बीमार पशु को बाइक एंबुलेंस से पशु चिकित्सक के पास भी इलाज के लिए ले जाया जाएगा।