मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत 25 विद्यार्थियों का होगा चयन

आवेदन करने की तिथि 15 मार्च से

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रांची : राज्य के एसटी, एससी, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले वैसे स्टूडेंट्स जो उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं उनके लिए मौका है। राज्य सरकार ने आवेदन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए तिथि की घोषणा कर दी है। झारखंड सरकार की ओर से संचालित मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत अगले वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 15 मार्च से आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी।

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झारखंड सरकार के आदिवासी कल्याण आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी सूचना के अनुसार 31 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। इसके तहत 25 छात्र-छात्राओं का छात्रवृत्ति के लिए चयन किया जाएगा। चयनित छात्र-छात्राओं में अनुसूचित जनजाति के 10, अनुसूचित जाति के पांच, पिछड़ा वर्ग के सात और अल्पसंख्यक समुदाय के तीन विद्यार्थी को यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन एंड नॉर्दर्न आयरलैंड के लिए चयनित विश्वविद्यालय या संस्थानों में उच्च स्तरीय शिक्षा की राज्य सरकार द्वारा सुविधा प्रदान की जायेगी। राज्य में 2020 से संचालित मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के लिए आपको सरकार द्वारा जारी लिंक www.mgos.jharkhand.gov.in पर जाना होगा। इस साइट पर छात्रवृत्ति से संबंधित विशेष जानकारी प्राप्त होगी।

तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की थी याेजना की शुरूआत

पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यकाल में शुरू की गई यह महत्वाकांक्षी योजना गठबंधन सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। 29 दिसंबर, 2020 को अपनी सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी शुरुआत की थी। इसके तहत 2021 में छह छात्रों को चयन किया गया था और उन्हें उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजा गया था। इसके बाद 2022 में छात्र-छात्राओं की संख्या को बढ़ाकर 25 की गई और हर वर्ष विदेश में उच्च शिक्षा के लिए झारखंड के युवक-युवतियों को मौका प्रदान किया गया है। योजना के तहत अधिकतम 35 वर्ष की उम्र के एससी, एसटी और ओबीसी विद्यार्थियों को 31 विषयों में मास्टर्स और एमफिल की डिग्री लेने के लिए विदेश जाने का मौका राज्य सरकार के द्वारा प्रदान की जाती है।