रवींद्र भारती विश्वविद्यालय से सस्पेंड किए गए तृणमूल नेता सहित 3
विश्वविद्यालय कैंपस के पास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है
कोलकाता : हेरिटेज बिल्डिंग तोड़ने को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश के बीच रवींद्र भारती विश्वविद्यालय ने बड़ा फैसला लिया है। तृणमूल नेता और विश्वविद्यालय के कर्मचारी सुबोध दत्त अधिकारी, देव प्रसाद घोष और राजकुमार झा को सस्पेंड कर दिया गया है।
इसके साथ ही तृणमूल के एक और नेता तथा विश्वविद्यालय के कर्मी विश्वजीत दे को कैंपस में घुसने से रोक दिया गया है।
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विश्वविद्यालय के कुलपति सब्यसाची बसु रॉय चौधरी ने बताया है कि शनिवार को विश्वविद्यालय कैंपस के पास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है ताकि टकराव की घटना ना हो।
सिंथी थाने की पुलिस को मौके पर तैनात किया गया है। सब्यसाची ने बताया कि विश्वविद्यालय हेरिटेज बिल्डिंग है। इसके कैम्पस को तोड़कर तृणमूल कांग्रेस के शिक्षा कर्मी संगठन का दफ्तर बनाया जा रहा था जिस पर हाईकोर्ट ने रोक लगाई है। इसी के क्रियान्वयन को लेकर हिंसा की आशंका है।
शुक्रवार को बैठक में तीनों नेताओं को सस्पेंड करने का निर्णय लिया गया था, जिसके बाद शनिवार को माहौल तनावपूर्ण है। इधर हाईकोर्ट के फैसले के अनुपालन को लेकर तृणमूल कांग्रेस का संगठन सहयोग करने के मूड में नहीं दिख रहा है।
इसीलिए कोर्ट की अवमानना का मामला दाखिल करने की तैयारी की जा रही है।