सरकार के 4 साल बढ़ते कदम नहीं भटके कदम, यह वर्ष विदाई वर्ष है : सुदेश महतो

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रांची : हेमंत सोरेन सरकार के 4 वर्ष पूरे हो रहे. इस चार साल को सरकार विकास के चार वर्ष बता रही है तो वही आजसू विश्वास घात का निर्ष्कर्ष और विदाई वर्ष बता रही है. इस दौरान आजसू केंद्रीय कार्यालय में पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने एक वीडियो जारी कर सरकार को सभी मुद्दे पर फेल बताया है. पारा शिक्षको से लेकर पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक संघ के आंदोलन और अन्य सरकार के वादे को वीडियो के जरिये दिखा कर सवाल पूछा है. सुदेश महतो ने कहा कि सरकार के चार साल को एक छोटा सा क्लिप में दिखाने की कोशिश की गई है. सरकार अपने सभी वादों पर फेल साबित हुई है. पर्यटन नीति से लेकर उद्योग नीति पर सरकार फेल है. आठ लाख युवाओं ने आवेदन देकर नौकरी मंगा लेकिन मिला कुछ नहीं. आखिर में राज्य से आठ लाख से अधिक युवा पलायन कर बाहर जाने को मजबूर हो गए.

चार साल पहले भी पारा शिक्षक से लेकर सभी जो अपनी मांगों को लेकर सड़क पर थे वह आज भी है.सरकार ने बड़े बड़े पोस्टर और बैनर में लिखा है कि सरकार के बढ़ते कदम लेकिन यह बढ़ते कदम नहीं सरकार के भटकते कदम है. सरकार ने अपने किये वादों को छिपाने के लिए अब सडयंत्र कर रहे है. 1932 की दुहाई देने वाले लोग 1932 के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है.सिर्फ इसपर अपनी राजनीति रोटी सेकने का काम किया जा रहा है.जब राज्य सरकार के पास बिल को पास करने का अधिकार है तो फिर दूसरे पर इसे थोपने की बात कर रहे है.सरकार को युवाओं के लिए एक नीति बनानी चाहिए लेकिन अपने असूल को भूल कर वसूली की सरकार बन गया है.

राज्य में ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल खेला जा रहा है.किसी भी अधिकारी के कार्य कुशलता के आधार पर उन्हें पोस्टिंग नहीं दी जा रही है.बल्कि पैसे के बदले पोस्टिंग की जा रही है.इसका परिणाम जनता भुगत रही है.अगर कोई सरकारी दफ्तर में काम कराने जाता है तो उसे बिना पैसा के कुछ नहीं हो रहा है. सरकार ने राज्य की पूरी व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है.जिस रास्ते पर लेकर गए है उसे पटरी पर लाने में 10 साल से अधिक समय लगेगा.राज्य में सरकार ने कोई पहल नहीं किये जिससे राज्य के तरक्की की दिशा में काम हो सके. राज्य में छात्र छत्राओ को तीन साल तक साईकल नहीं दे पाई है. जब nda की सरकार थी तो राज्य में इसकी शुरुआत की गई थी.लेकिन इस सरकार ने सिर्फ फ़ोटो खिंचवाने का काम कर रही है.

आपकी सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम में सिर्फ आवेदन लिए जा रहे है.किसी का काम नहीं किया जा रहा है.सरकार के अधिकारी इस आवेदन को ही पूरा आंकड़ा बना कर रख ले रही है.यह तीसरी बार कार्यक्रम झारखंड में चल रहा है सरकार की जवाबदेही थी कि पिछली बार प्राप्त हुए आवेदन की स्तिथि क्या है पहले इसका क्या हुआ इसकी जानकारी देनी चाहिए थी. राज्य में अपराधी बेलगाम है,हर दिन हत्या लूट और बलात्कार की वारदात हो रही है.देश के टॉप 5 अपराध वाले राज्य में शामिल कर दिया.गृह विभाग खुद मुख्यमंत्री के हाथ में है लेकिन राज्य की क्या हालत है किसी से छुपा नहीं है.राज्य में मामले दर्ज हो रहे है लेकिन उस मामले का निष्पादन पुलिस नहीं कर पा रही है.

 

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