कोलकाता : राज्य में राज्यसभा की छह सीटें इस साल अगस्त में खाली होने जा रही हैं। वर्तमान में इन छह सीटों में से पांच पर तृणमूल (टीएमसी) का कब्जा है, जबकि एक पर कांग्रेस का कब्जा है।
राज्यसभा सचिवालय मई में ही खाली होने वाली छह सीटों के लिए अधिसूचना जारी कर सकता है। स्वाभाविक रूप से खाली हुई सीटों पर बंगाल से किसे उम्मीदवारी मिलने जा रही है, इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
एक सीट कांग्रेस के पास है। अगस्त के बाद वह सीट भाजपा के खाते में जाएगी। बंगाल के जिन सांसदों का कार्यकाल अगस्त में समाप्त होने वाला है उनमें तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा नेता डेरेक ओ ब्रायन, मुख्य सचिव सुखेंदुशेखर रॉय, डोला सेन, सुष्मिता देव और शांता छेत्री शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक तृणमूल इनमें से ज्यादातर को फिर से मनोनीत कर सकती है। एक या दो पर तृणमूल की गाज गिर सकती हैं। यह लगभग तय है कि नया चेहरा बंगाल से आएगा।
तृणमूल के पास एक और राज्यसभा सीट भी है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फेलेरो ने भी पिछले अप्रैल में राज्यसभा सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया था। वह सीट 2026 के मध्य तक वैध है।
सूत्रों के अनुसार बाकी सीटों के साथ उस सीट पर भी चुनाव हो सकता है। ऐसे में इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या तृणमूल शेष तीन साल के कार्यकाल के लिए राज्य के बाहर से किसी को नामित करेगी।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद के रूप में प्रदीप भट्टाचार्य के कार्यकाल की समाप्ति के बाद फिर से यह सीट भाजपा के पास चली जाएगी। उस सीट के लिए कई नाम सुने जा रहे हैं।