गंगासागर में 65 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
मकर संक्रांति के मौके पर गंगासागर मेला क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, मंत्रियों ने डाला डेरा
कोलकाता, सूत्रकार : मकर संक्रांति का त्योहार आज पूरे देश में काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है। देश के तमाम तीर्थ स्थलों में से एक पश्चिम बंगाल में स्थित गंगासागर तीर्थ स्थान की बात करें, तो यह स्थान देश के तमाम तीर्थ स्थानों में से सबसे अनोखा तीर्थ स्थान है। शायद इसलिए कहा जाता है कि सब तीर्थ बार-बार, गंगासागर एक बार। कहा जाता है कि इस तीर्थ स्थान में स्नान करने से श्रद्धालुओं को मोक्ष की प्राप्ति तो होती ही हैं, साथ में 10 अश्वमेघ यज्ञ और एक हजार गाय दान करने के समान फल प्राप्त होता है।
राज्य के ऊर्जा और खेल विभाग के मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि आठ जनवरी से लेकर रविवार शाम तक 65 लाख तीर्थयात्रियों ने गंगासागर में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। उन्होंने कहा कि सोमवार को मकर संक्रांति के अवसर पर यह संख्या बढ़ने की संभावना है। उन्होंने कहा कि 14,000 पुलिसकर्मी तैनात करने के साथ 45 निगरानी टावर बनाए गए हैं और 1,100 से अधिक सीसीटीवी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को नौकाओं आदि के माध्यम से सागर द्वीप तक पहुंचाया जा रहा है, जबकि मुरीगंगा नदी पर 300 ‘फॉग लाइट’ लगाई गई हैं।
राज्य के वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कुंभ मेले की तरह गंगा सागर मेले को भी राष्ट्रीय मेला का दर्जा देने की मांग दोहरायी है। उन्होंने कहा कि अकेले राज्य सरकार के लिए वार्षिक मेले के आयोजन का भारी खर्च वहन करना बहुत मुश्किल है। बेहतर संचार के परिणामस्वरूप श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने के कारण इस वर्ष मेले के दौरान 265 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होने का अनुमान है।
180 लोग गिरफ्तार
मंत्री ने कहा कि मेले में असामाजिक गतिविधियों में लिप्त अब तक कुल 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक छह मरीजों को एयर एम्बुलेंस द्वारा कोलकाता के विभिन्न अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है।
पुण्य स्नान
हृषिकेश पंजिका के अनुसार मकर संक्रांति पर ‘पुण्य स्नान’ का शुभ मुहूर्त रविवार देर रात 12:13 बजे शुरू होगा और अगले 24 घंटों तक जारी रहेगा। अधिकांश श्रद्धालु इस समय का पालन करेंगे और पवित्र स्नान करेंगे।
अरूप ने कहा कि गंगासागर मेला गत आठ जनवरी से शुरू हुआ था। हमें अपने क्राउड काउंटिंग सिस्टम के आधार पर जो जानकारी मिली है। गौर करने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल कुल 40 लाख लोगों के गंगासागर आकर पुण्य स्नान करने का अनुमान जताया था। कुछ लोग दबे शब्दों में इस आंकड़े को वास्तव से कहीं ज्यादा बता रहे हैं।
बाक्स में
गंगासागर में डटे हैं ममता सरकार के सात मंत्री
गंगासागर मेले में इस समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार के सात मंत्री मोर्चा संभाले हुए हैं। इनमें खेल मंत्री अरूप विश्वास, सूचना व संस्कृति मंत्री इंद्रनील सेन, कृषि व संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय, परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती, सुंदरवन विकास मंत्री बंकिम चंद्र हाजरा, अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस व सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक शामिल हैं। वे आयोजन को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे हैं।
भक्तिमय हुआ समूचा सागर द्वीप
मकर संक्रांति की पावन बेला में समूचा सागर द्वीप भक्तिमय हो गया है। हर जगह श्रद्धालु नजर आ रहे हैं। स्वयंसेवी संस्थाओं के शिविरों से लेकर सागर तट पर तीर्थयात्रियों ने डेरा डाला हुआ है। बड़ी संख्या में नगा संन्यासी भी पहुंचे हैं और गंगासागर में स्नान करने के बाद अपनी जटाओं को लहराकर सबको मुग्ध कर रहे हैं। कपिल मुनि मंदिर में दिनभर दर्शन-पूजन चल रहा है। गंगासागर मेले की दुकानों में भी खूब भीड़ हो रही है।
विभिन्न राज्यों से पहुंचे गोदान कराने वाले
बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड समेत विभिन्न राज्यों से गोदान कराने वाले पंडित गंगासागर पहुंचे चुके हैं। बिहार के सोनपुर से आए सोहन बाबा ने बताया कि हम 50 लोगों की टीम के साथ यहां आए हैं। हम स्थानीय लोगों से उनकी बछिया किराए पर लेते हैं और उसी से गोदान कराते हैं। जो लोग गोदान करना चाहते हैं, उनसे खुद ही को गोदान करवा लेते हैं। इस तरह एक ही बछिया से मकर संक्रांति पर पूरे दिन गोदान चलता है। भीड़ को देखते हुए इस बार हमें अच्छी कमाई की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि गंगासागर में मकर संक्रांति पर गोदान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन गोदान करने से वैतरणी पार हो जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।