कोलकाता / नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) ने बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप विपक्षी एकता के खातिर राज्य में पंचायत चुनाव नहीं लड़ेगी।
साल 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए आप ने राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन बनाने के संदर्भ में बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ चुनावी लड़ाई यानी पंचायत चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
बता दें, पिछले मई में आप प्रमुख और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बंगाल की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ बैठक की थी। ममता ने केंद्रीय अध्यादेश के खिलाफ केजरीवाल का समर्थन करने का ऐलान किया था।
लेकिन गुरुवार को पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद इस बात को लेकर राजनीतिक उत्सुकता थी कि बंगाल में खाता खोलने को इच्छुक आम आदमी पार्टी पंचायत चुनाव लड़ेगी या नहीं लेकिन केजरीवाल की पार्टी ने घोषणा की कि वे बंगाल में पंचायत चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारेंगे।
आप नेता संजय बसु ने शुक्रवार को कहा कि आप की असली लड़ाई बीजेपी के खिलाफ है। इसलिए आप चाहती है कि राज्य में जो पार्टी मजबूत होगी वह लड़ेगी। इसी नीति के कारण आप बंगाल में पंचायत चुनाव नहीं लड़ेगी। यह फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने लिया है।
उल्लेखनीय है कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बीजेपी विरोधी गठबंधन बनाने के लिए लोकसभा चुनाव के लिए भी यही फॉर्मूला दिया था। ममता बनर्जी का कहना है कि जो पार्टी राज्य में सबसे मजबूत होगी वह उस राज्य में चुनाव लड़ेगी।
पिछले साल पंजाब विधानसभा पर कब्जा करने के बाद आम आदमी पार्टी ने अपना ध्यान बंगाल की ओर लगाया। उस समय आप नेताओं ने कहा था कि बंगाल में जहां भी अच्छे प्रत्याशी मिलेंगे, वहां पंचायत में लड़ाई होगी
लेकिन अब आप ने बंगाल को लेकर अपनी नीति में परिवर्तन किया है। आप ने फैसला लिया है कि पार्टी बंगाल में पंचायत चुनाव नहीं लड़ेगी। ऐसे में माना जा रहा है कि इससे बीजेपी विरोधी एकता को मजबूती मिलेगी।